Book Title: Mahavagga Tika
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 372
________________ [द-द] दण्डपरायनं – ४० दण्डमणिकाति - १५३ दण्डादानं - ८८ दण्डावचरो - २५५ दण्डोति - २२९ दन्तो - २७० दमो - १८३ दसपुञ्जकिरियवत्युवसेनाति - ५५ दसबलं - १६९, २२५ दसिकतन्तं - १७० दस्सनकिच्चं - ३०१ दस्सनीयतासिद्धि - १८० दस्सनीयाति - ६९, १८० दहीकम्मं - २११ दळ्हं - १४, ३०, ३०२ दानग्गं - १८२ दानचित्तेन - ३५ दानपारमीयेव - १७ दानमुखन्ति - ६५ दानसीलं - ५९ दिट्ठधम्मिका - १५४ दिट्ठि – ४९, १९८, ३२४ दिट्टिगतिका - ९७ दिट्ठिगतिकेसूति - ९८ दिट्ठगतिको - ८२, ९६,९८, ९९ दिट्ठिमानादिकिलेसविगमनेन - ६२ दिट्टिवाद - ९६, २५४ दिट्ठिविचिकिच्छादिपापधम्मानं - १३५ दिब्बगन्धजालचुण्णानीति - १५८ दिब्बचक्खुत्राणाभिनीहारवसेन - २२१ दिब्बचक्खुना - २२१, २२८ दिब्बचक्युं - ३८, १८१ दिब्बन्ति - ६१, ८५, १७६, २०६ दिब्बभावो - ७० दिब्बरूपतासम्पत्तिपीति - १८० दिब्बसम्पत्ति अनुभवनं - १९ Jain Education International सद्दानुक्कमणिका दिब्बसम्पत्तिं - ६१ दिब्बानुभावताति - २२३ - २३ देवानुभावन्ति - देवोतिआदि - १३७ 17 दिब्बं - १७६, २५५ दीघपिङ्गलोति - १५२ दीघेहीति – ३५ दीपकोति - २७२ दीपङ्करबुद्धुप्पादे – ५ दीपङ्करं - १२ दीपोति - १३१ दुकूलचुम्बकेति - ३० दुकूलदुपट्टे - १७१ दुक्कथितन्ति - १९७ दुक्ख अदुक्खमसुखवेदनासभावो - ९८ दुक्खनिरोधोति - ३१० दुक्खिता - ३२४ दुग्गन्धोति - ३२५ दुतियततियचित्तवारे - २१ दुतियतियेसूति - १० दुतियविमोक्खो - १४४ पति- ५७ दुब्भरतायाति - १४९ दुल्लभदस्सनता - ३१ देन्तीति - ११० देवघटाति - २१७ देवचारिककोलाहलन्ति - १६ देवभावायाति - ८४ देवराजानोति - २२३ देवलोके - १६, १९, ७०, १२७, १६३, २२९, २३३ देसनाञाणानुभावेन - १३९ देसनात्राणं - ७२ देसेस्सन्तीति - - १३५, १३६ द्वत्तिंसकम्मकारणानि - ६४ द्वादसपुञ्ञकिरियवसेनाति - ५५ द्वादसाकुसलचित्तुप्पादसङ्गहितस्स - - ६७ [१७] For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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