Book Title: Mahavagga Tika
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 388
________________ [स-स] सद्दानुक्कमणिका सीहसेय्यं– १५६ सुप्पटिविद्धाति - १६ सीहसोपानं-२०२ सुप्पतिट्ठितन्ति-३७ सीहहनु-३६ सुप्पतिट्टितपादोति-३२ सीहळदीपे-२६३ सुप्पवत्तितं-५८ सीहासनं-२०२ सुभकिण्हाति-१०३ सुक्काति-२९५ सुभगवने-६८ सुक्खविपस्सको-१०४ सुभरतायाति-१४९ सुक्खविपस्सकोति-१०४ सुभारम्मणं-२९२ सुखदुक्खन्ति-३०७ सुभिक्खाति-१६२ सुखन्ति-४६,६१,११०, १३४, १९५, १९६, ३०२ सुभोजनरसपुट्ठस्साति-७४ सुखवासत्थं - २४ सुमुच्छितस्साति-१७५ सुखविनिच्छयं-८७ सुमुत्तोति - १९० सुखवेदनाति-७६ सुरसानीति-१० सुखाति-१९५, २८७ सुवण्णकट्टीहीति-१४ सुखी-२०५, २३२, २९३ सुवण्णन्ति-२६५ सुखुमत्ताति-१०३ सुवण्णयट्ठिफालेहीति-१४ सुखुमाति-१९५ सुवण्णहत्थिपादानीति-१४ सुखं-५०, ५९, ६१, ८७, ९८, १४०, १९६, २४३, | सुविभत्तानेवाति-- १७७ २४४,२७५, २८७,२८८, ३०२,३२५ सुविसुद्धसेतच्छत्तधारणं-२७ सुङ्कन्ति-१०९ सुसिक्खिताय-११८ सुचिन्ति-६६ सूकरमद्दवन्ति-१५१ सुआगारं-१८५, २४५ सूराति-३१ सुतं-११४, १८८, २४३, २५३ सूरियउदयखणं-१७९ सुत्तन्तदेसनाति-१४४ सूरियन्ति-२५७ सुत्तानुलोम-१५० सूरियालोकन्ति - २९४ सुत्ताभिधम्मसङ्गहितस्स-१६५ सूलसदिसाति-३४ सुद्धन्ति-९१ सेक्खमुनि-१०६ सुद्धावासकायिका -२१६ सेतम्बरुक्खोति - १० सुद्धावासब्रह्मानो-६, २५, २२५ सेदमलमक्खितन्ति-३०० सुद्धावासभूमि-२१६ सेदाति-१९ सुद्धावासाति-४० सेळनं-२७ सुन्दराति -५५ सोकपरिदेवसमतिक्कमनमुखेनेव - २६४ सुपञत्ताति-१९१ सोकबलेनाति-१३० सुपण्णवातन्ति-७४ सोको-१३४, २६१ सुपिनकोति-१७१ सोणत्थेरो-१९३ सुपोथितेनाति-१६१ सीतापत्तिफले-१३२, २६२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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