Book Title: Laghu Hemprabhaya Uttararddha Author(s): Vijaynemsuri Publisher: Jain Granth Prakashak Sabha View full book textPage 7
________________ NA - ~ ~ नानिष्टार्थेति पश्चमो सातन हाय-णयो ऋतः स्कृष्ट न्यायानां स्थविरेति पञ्चमी शातन हाय-णयोः ऋतः more M999 ऋतां देशः - ऋतां च्कृत-जून इति जभ्र च्छत-जभ्र व्हृति जुभ्र 228 ह ऋधू त्वे-न ज्वरै आधा आद्या रुचत् ऋचत् ऋछत्-विछत्-उछैत्-मिछत् ऋच्छन्-विच्छन्-उच्छै -मिच्छत् लुंच लुचं. टा... टंडन्त वेप्य त्वप्य भञप् 220252200 भोप नः मन्ना ना ड कृगश शिता पिताPage Navigation
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