Book Title: Kundakundacharya ke Tin Ratna
Author(s): Gopaldas Jivabhai Patel, Shobhachad Bharilla
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 108
________________ शब्दसूची अकर्मभूमिज ५४ आचार्य 'अगुरुलघु' पर्याय ४१ आर्तध्यान अज्ञान १२७ आवश्यक क्रियाएँ-छह अधर्म ३८, ४२, १२८ आस्रव ७४, ९७, अध्यवसान ११२, १२८ आहारक देह अनुभाग बन्ध ७३, ईहा अपरिग्रह ८२ उदयभाव अप्रतिक्रमण ११४ उपयोग अप्रत्याख्यान उपशमभाव अमृतकुम्भ ऊर्ध्व प्रचय अलोकाकाश औदारिक देह अवधिज्ञान १०७ कर्म १२८, -के दो प्रकार ५९; ६८ -के आठ प्रकार७५,९८,१०३,१०४; अवाय -शुभ और अशुभ १००; अविरति ९८, १.२.१०५ -शुद्ध १०० अशुभ-कर्म १०० -परिणाम ५७ कर्मचेतना ४९, १२७ -भाव ६१ कर्मफलचेतना ४९, १२७ अस्तिकाय कर्मबन्ध -के कारण अहिंसा ८२ -का प्रकार आकाश ३७, ३८, ४०, १२८ कर्मभूमि आचार कर्मवर्गणा आचाराङ्ग ११२ कषाय ७४, ९८, १०२ अवग्रह ६८ ९७ ९७ ७९

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