Book Title: Kumarpal Charitra Sangraha
Author(s): Muktiprabhsuri
Publisher: Singhi Jain Shastra Shikshapith
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________________ कडु [वणिक्] कड्या पाण] . 152 विशेषनामानुक्रमणिका / कान्ती,-पुरी [नगरी] 12,46,89 कच्छ [ देश] 37, 111 का(क)न्यकुब्ज [देश] कच्छप [नृप] 33 | कान्हडदेव [नृप] कण्टेश्वरी [देवी] 21,94,95,100 कामदेव [सा०] कण्ठाभरण [व्याकरण] कामन्दकी [शास्त्र] 28 कण्णदेव (कर्णदेव) [नृपति] 114 कामरूप [देश] 7,14,51 3,11,45 | कामलता [राजकुमारी] कामसत्थ [शास्त्र] 138 कमाली-सिद्धपुर [प्राम] 3,7,11,14,45,51 कामाक्षा,-क्षीदेवी 7,14,51 कन्यकुब्जपुर 6, 14, 50 कालंबिणी [नदी] कन्यकुब्जेश कालुम्बिनी [नदी] कपर्दी [भांडागारिक] 106 कालुंभार [वन] कपर्दी [अमात्य] 23,26,28,30,100,107 काशि। [नगरी] कपर्दी [सा०] 6,22,28,29,50 कासी कपिल [ब्रह्मर्षि] | काश्मीर। [देश] कपिलकोट [प्राम] 37 . 54,87 कास्मीर करणमेरुप्रासाद . 99 | कीर [देश] करम्बावसति | कीर्तपाल,-र्तिपाल [राजकुमार] . 2,9,55 करम्भचैत्य कीर्तिराज [नृप] करोटक र 3,10,44 कुष्ण [देश] 17,28,31 कुडंगेश्वर [ मन्दिर] 5,13,14,40 कर्ण,-०देव,-भूपति 1,2,9,10,24,37,40,43, कुमर,-ड ) 1-16, 18,21-24,26-30,32, 57,96 कर्णमेरुप्रासाद कुमरपाल |33,35,43-47,49,50-52, कुमरप्पालु 54,55, 57,69,70,72,75, कर्णविहार कुमरवाल 85,89,90,92-96, 98-102, कर्णाट [देश] 32,33,38,54,111 कुमर 108, 110-115, 118, 125 कर्णादित्य [राजकुमार] कुमार,-पाल | 124, 128, 133-135,,138, कर्णावती [नगरी] 19, 39, 45, 86, 101 कुमारपालदेव J140 कर्मग्रन्थ [शास्त्र] 84 | कुमर [माण्डलिक] . कलहपश्चानन [गज] 16, 99 कुमरगिरि 14 कलि [युग] 96 कुमरविहार / 110,121,122 कलिकालसर्वज्ञ [बिरुष] 35,92,95,102 / कुमारविहार / कल्याणकटक,-पुर [नगर] 4,12,32,35,46 कुमारप्राम काफरग्राम कुमारपाल [नाणक] काञ्चीपुरी [नगरी] कुमारपालेश्वर [प्रासाद, चैत्य] 5,13,47 कातन [व्याकरणग्रंथ] कुरु [ देश] 55,140 कादम्बिनी [नदी] 17 कुशावर्त्त [देश] करौटक [माम] 106

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