Book Title: Jinvani Special issue on Karmsiddhant Visheshank 1984
Author(s): Narendra Bhanavat, Shanta Bhanavat
Publisher: Samyag Gyan Pracharak Mandal
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परिशिष्ट ]
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२६. स्वर्गीय श्री अगरचन्द नाहटा-प्रमुख गवेषक जैन विद्वान्, प्राचीन भाषा
और साहित्य के विशेषज्ञ, अभय जैन ग्रंथालय, बीकानेर के
संस्थापक । ३०. डॉ. देवदत्त शर्मा-लेखक, जन सम्पर्क विभाग, सूचना केन्द्र,
उदयपुर-३१३ ००१ ३१. स्वर्गीय पं० सुखलाल संघवी-जैन धर्म और दर्शन के मर्मज्ञ विद्वान्,
पद्मभूषण अलंकार से सम्मानित । इनके विचार 'संसार और धर्म' पुस्तक
की भूमिका से संकलित किये गये हैं। ३२. पं० फूलचन्द शास्त्री-जैन धर्म और दर्शन के मर्मज्ञ विद्वान्, प्रबुद्ध
चिन्तक और लेखक, वाराणसी। इनके विचार 'कर्मग्रंथ भाग-६' की
भूमिका से संकलित किये गये हैं। ३३. स्वर्गीय श्री केदारनाथ-प्रबुद्ध चिन्तक और मौलिक विचारक । इनके
विचार 'विवेक और साधना' पुस्तक से संकलित किये गये हैं। ३४. स्वर्गीय स्वामी शरणानन्द-मौलिक विचारक, तत्त्व चिन्तक और
अनुभवी संत । 'मानव सेवा संघ' वृन्दावन, मथुरा के संस्थापक । इनके
विचार 'मूक सत्संग और नित्य योग' पुस्तक से संकलित किये गये हैं। ३५. स्वर्गीय श्री किशोरलाल मश्रुवाला–प्रमुख सर्वोदयी विचारक, तत्त्व
चिन्तक और लेखक । इनके विचार 'संसार और धर्म' पुस्तक से संकलित
किये गये हैं। ३६. लोकमान्य बालगंगाधर तिलक-भारतीय स्वाधीनता संग्राम के प्रमुख
सेनानी, प्रसिद्ध विद्वान् और चिन्तनशील लेखक । इनके विचार 'गीता
रहस्य' पुस्तक से संकलित किये गये हैं । ३७. महात्मा गांधी राष्ट्रपिता, सत्य और अहिंसा के अन्ठे प्रयोग शिल्पी।
इनके विचार 'गीता बोध' पुस्तक से संकलित किये गये हैं। ३८. स्वर्गीय प्राचार्य विनोबा भावे-भूदान आन्दोलन के प्रवर्तक, प्रबुद्ध
विचारक, लेखक और व्याख्याता। इनके विचार 'गीता-प्रवचन' से
संकलित किये गये है। ३६. प्राचार्य रजनीश-मौलिक चिन्तक, ओजस्वी वक्ता और अन्तर्राष्ट्रीय
ख्याति प्राप्त ध्यान योगी। इनके विचार 'महावीरः परिचय और वाणी' से संकलित किये गये हैं।
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