Book Title: Jinvani Special issue on Karmsiddhant Visheshank 1984
Author(s): Narendra Bhanavat, Shanta Bhanavat
Publisher: Samyag Gyan Pracharak Mandal

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Page 359
________________ ३५४ ] [ कर्म सिद्धान्त १४. श्री राजीव प्रचंडिया-एडवोकेट और लेखक, सर्वोदय नगर, अलीगढ़ (उ० प्र०)। १५. श्री चांदमल कर्णावट-प्रसिद्ध विचारक, लेखक और स्वाध्यायी साधक, विद्या भवन टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, उदयपुर में हिन्दी प्राध्यापक । १६. श्री लालचन्द्र जैन-लेखक, विचारक और अनुवादक, शास्त्री नगर, जोधपुर। १७. प्राचार्य श्री नानेश-प्रसिद्ध जैन आचार्य, प्रागमबेत्ता और शास्त्रज्ञ, समता दर्शन के गूढ़ व्याख्याता । १८. श्री श्रीचन्द गोलेछा-प्रमुख रत्नव्यवसायी, तत्त्व चिन्तक और स्वाध्यायी, सी-२३, भगवानदास रोड, सी-स्कीम, जयपुर-१ । १९. श्री कल्याणमल जैन-स्वाध्यायी, चोरू (सवाईमाधोपुर)। २०. श्री राजेन्द्र मुनि-जैन मुनि, उपाध्याय श्री पुष्कर मुनि के शिष्य । २१. श्री जशकरण डागा-तत्त्व चिन्तक और स्वाध्यायी, लेखक, डागा सदन, संघपुरा, टोंक (राज.)। २२. डॉ० राममूर्ति त्रिपाठी-प्रबुद्ध विचारक, समीक्षक और लेखक, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में हिन्दी विभागाध्यक्ष । २३. डॉ० भागचन्द्र जैन 'भास्कर'-जैन धर्म, दर्शन, साहित्य और संस्कृति के मर्मज्ञ विद्वान्, प्रबुद्ध विचारक और लेखक, जैन अनुशीलन केन्द्र, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर में निदेशक एवं प्रोफेसर । २४. डॉ० सागरमल जैन-जैन धर्म-दर्शन के मर्मज्ञ विद्वान, प्रबद्ध विचारक __ और लेखक, श्री पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, आई०टी० आई० रोड, वाराणसी (उ० प्र०) के निदेशक । २५. श्री धर्मचन्द जैन-लेखक, राजकीय महाविद्यालय, झालावाड़ (राज०) में संस्कृत प्रवक्ता । २६. डॉ० के० एल० शर्मा-चिन्तक और लेखक, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर के दर्शन शास्त्र विभाग में प्राध्यापक । २७. डॉ० ए० बी० शिवाजी-विचारक.और लेखक, दर्शन शास्त्र के प्राध्यापक, __ मोहन निवास, कोठी रोड, उज्जैन (म० प्र०) । २८. डॉ. निजामुद्दीन-प्रमुख लेखक और समीक्षक, इस्लामिया आर्टस् कॉलेज, श्रीनगर (कश्मीर) में हिन्दी विभागाध्यक्ष । Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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