Book Title: Jinvani Special issue on Jain Agam April 2002
Author(s): Dharmchand Jain
Publisher: Samyag Gyan Pracharak Mandal

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Page 15
________________ दृष्टिवाद का स्वरूप औपपातिक सू राजप्रश्नीय सूत्र जीवाजीवाभिगम सूत्र प्रज्ञापना सूत्र : एक परिचय प्रज्ञापना सूत्र : एक समीक्षा जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति सूर्यप्रज्ञप्ति - चन्द्रप्रज्ञप्ति : एक विवेचन : प्रो. छगनलाल शास्त्री निस्यावलिका आदि सूत्रत्रय : श्री धर्मचन्द जैन पुष्पचूलिका और वृष्णिदशा : साध्वी डॉ. हेमप्रभा 'हिमांशु' : न्यायाधिपति श्री श्रीकृष्णमल लोढा : आचार्यप्रवर श्री हीराचन्द्र जी म.सा. : डॉ. यशोधरा वाघवाणी शाह : आचार्य श्री आत्माराम जी म.सा. : आचार्य श्री हस्तीमल जी म.सा. : डॉ. प्रिया जैन : डॉ. अशोक कुमार सिंह : आचार्य श्री हस्तीमल जी म.सा. उत्तराध्ययन सूत्र उत्तराध्ययन सूत्र में विनय का विवेचन दशवैकालिक सूत्र नन्दीसूत्र का वैशिष्ट्य नन्दी सूत्र और उसकी महत्ता अनुयोगद्वार सूत्र दशाश्रुतस्कन्ध सूत्र बृहत्कल्पसूत्र व्यवहार सूत्र निशीथ सूत्र : आचार्यप्रवर श्री हस्तीमल जी म.सा. : प्रो. चांदमल कर्णावट : श्री सुन्दरलाल जी जैन : श्री प्रकाश सालेचा आवश्यक सूत्र आगम - साहित्य में प्रकीर्णकों का स्थान, श्री प्रकाशचन्द जैन श्री पारसमल संचेती आचार्य श्री देवेन्द्रमुनि जी म. सा. : सुश्री मीना बोहरा : श्री लालचन्द्र जैन : श्रीमती शान्ता मोदी Jain Education International महत्त्व, रचनाकाल एवं रचयिताः डॉ. सागरमल जैन : डॉ. सुषमा सिंघवी : डॉ. जिनेन्द्र कुमार जैन : डॉ. चेतनप्रकाश पाटनी प्रकीर्णक - साहित्य : एक परिचय जैनागमों का व्याख्या - साहित्य षट्खण्डागम और कसायपाहुड मूलाचार : एक परिचय भगवती आराधना : डॉ. फूलचन्द जैन 'प्रेमी' : पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री आचार्य कुन्दकुन्द और उनकी कृतियाँ : डॉ. प्रभावती चौधरी For Private & Personal Use Only र्तं तै ले ले ले ले ले ले ले ले ले ले ले ले ले डे 241 246 253 261 268 273 284 301 311 315 320 347 361 369 375 382 391 408 417 432 441 451 460 475 488 495 501 509 www.jainelibrary.org

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