Book Title: Jinvallabhsuri Granthavali Author(s): Vinaysagar, Publisher: Prakrit Bharti Academy View full book textPage 9
________________ २५७-२६२ २६३-२९७ २९८-३०३ - परिशिष्ट १. जिनवल्लभसूरिग्रन्थावलिगत-ग्रन्थानां छन्दोनुक्रमणी २. जिनवल्लभसूरिग्रन्थावलिगत-ग्रन्थानां पद्यानुक्रमणी ३. महावीरस्वामी स्तोत्र (भावारिवारण) अन्त्यपादपूर्तिरूप महावीर-स्तोत्र ४. युगप्रधान जिनदत्तसूरि प्रणीत ग्रन्थों में जिनवल्लभसूरि-गुणवर्णन स्व. नेमिचन्द्र भण्डारी रचित जिनवल्लभसूरि-गुरुगुणवर्णन ६. ५१ ग्रन्थकारों के ग्रन्थों में जिनवल्लभसूरि स्तुत्यात्मक-पद्य ३०४-३१२ ३१३-३१५ ३१६-३२६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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