Book Title: Jin Darshan Chovisi
Author(s): Prakrit Bharti Academy
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 26
________________ 5. भगवान् सुमतिनाथ देवगणों के मुकुट की मणियों की प्रभा में प्रदीप्त जिनके चरण-नख हैं, वे भगवान् सुमतिनाथ तुम्हारी इच्छा पूर्ण करें। पूर्वभव संख्या -3 च्यवन स्थान-वैजयन्त . च्यवन तिथि -श्रावण सुदि 2 जन्म नगरी -विनीता जन्म तिथि -वैशाख सुदि८ वंश -इक्ष्वाकु पितृ नाम -मेघ मातृ नाम -मंगला जन्म नक्षत्र -मघा जन्म राशि -सिंह लाञ्छन -क्रौंच -स्वर्ण दीक्षा नगरी -विनीता दीक्षा तिथि -वैशाख सुदि 9 छद्यस्थ काल -20 वर्ष ज्ञान नगरी -विनीता ज्ञान तिथि -चैत्र सुदि 11 गणधर संख्या-१०० गणधर नाम -चमर मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -चैत्र सुदि९ यक्ष नाम -तुम्बुरु यक्षिणी नाम - महाकाली वर्ण प्रमुख तीर्थ- तालध्वज, मातर, बीकानेर

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