Book Title: Jin Darshan Chovisi
Author(s): Prakrit Bharti Academy
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 46
________________ 12. भगवान् वासुपूज्य ___ जो समस्त विश्व के कल्याणकारी हैं, जिन्होंने तीर्थंकर रूप नाम कर्म प्राप्त किया है और जो सुरासुर-नर-पूजित है वे वासुपूज्य तुम्हारी रक्षा करें। पूर्वभव संख्या -3 च्यवन स्थान-प्राणत च्यवन तिथि -ज्येष्ठ सुदि 9 जन्म नगरी -चम्पापुरी जन्म तिथि -फाल्गुन वदि 14 वंश -इक्ष्वाकु पित नाम -वसपूज्य मातृ नाम -जया जन्म नक्षत्र -शतभिषा जन्म राशि -कुम्भ लाञ्छन -महिष वर्ण दीक्षा नगरी -चम्पापुरी दीक्षा तिथि -फाल्गुन वदि 15 . छद्यस्थ काल -१मास ज्ञान नगरी -चम्पापुरी ज्ञान तिथि -माघ सुदि 2 गणधर संख्या-६६ गणधर नाम -सूक्ष्म मोक्ष स्थान -चम्पापुरी मोक्ष तिथि -आषाढ़ सुदि 14 यक्ष नाम -कुमार यक्षिणी नाम-चण्डा प्रमुख तीर्थ- चम्पापुरी

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