________________ 20. भगवान् मुनिसुव्रत जिनकी वाणी मोह निद्रा प्रसुप्त प्राणियों के लिए प्रभाती रूप है उन मुनिसुव्रतस्वामी का मैं स्तवन करता हूँ। पूर्वभव संख्या -3 च्यवन स्थान-प्राणत च्यवन तिथि -श्रावण सुदि 15 जन्म नगरी -राजगृह जन्म तिथि -ज्येष्ठ वदि 8 वंश -हरिवंश पितृ नाम -सुमित्र मातृ नाम -पद्या . जन्म नक्षत्र -श्रवण जन्म राशि -मकर लाञ्छन -कूर्म -कृष्ण दीक्षा नगरी - राजगृह दीक्षा तिथि -फाल्गुन सुदि 12 छदस्थ काल -11 मास ज्ञान नगरी -राजगृह ज्ञान तिथि -फाल्गुन वदि 12 , गणधर संख्या-१८ गणधर नाम -इन्द्र मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -ज्येष्ठ वदि 9 यक्ष नाम -वरुण यक्षिणी नाम-नरदत्ता वर्ण प्रमुख तीर्थ- राजगृह भरुच, अगासी, थाणा