Book Title: Jainology Parichaya 04
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: Sanmati Tirth Prakashan Pune

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Page 45
________________ स्वाध्याय १. इस पाठ के सभी क्रियापदों का संग्रह कीजिए । सभी क्रियापद वर्तमानकाळ-तृतीय-पुरुष-एकवचन में हैं। २. हिन्दी-संस्कृत नामसाम्य के आधार से प्राकृत शब्दों की जोडियाँ लगाएँ । 'अ' गट 'आ' गट १) कुत्ता (श्वान) अ) सीह २) भालू (भल्लूक) आ) गरुल ३) बाघ (व्याघ्र) इ) भल्लू ४) सिंह (सिंह) ई) कवोय ५) गरुड (गरुड) उ) साण ६) कबूतर (कपोत) ऊ) वग्घ ७) सियाल (शृगाल) ए) मऊर ८) कौआ (काक) ऐ) मक्कड ९) बंदर (मर्कट) ओ) सियार १०) मोर (मयूर) औ) काग **********

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