Book Title: Jain evam Bauddh Shiksha Darshan Ek Tulnatmak Adhyayana
Author(s): Vijay Kumar
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 240
________________ सन्दर्भ-ग्रन्थ सूची २२७ प्रकाशन समिति, ब्यावर (राजस्थान), १९८१. 'आचारांगसूत्रम्' (तीनों भाग) : वाचना प्रमुख- मुनि श्री कन्हैयालालजी, प्रका० अ०भा०श्वे०स्था० जैनशास्त्रोद्धार समिति, मु० राजकोट, १९५७. 'आदिपुराण' (महापुराणं,भाग१-२) : आचार्य जिनसेन, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १९५१. 'ऑन यूवानच्यांग ट्रेवेल्स इन : थामस वाटर्स, सम्पा०- टी डब्ल्यू राइस इण्डिया' डेविस, रॉयल एशियाटिक सोसायिटी, लन्दन, १९०४ 'आयारो वाचना प्रमुख - आचार्य तुलसी; सम्पा० एवं विवे० - मुनि नथमल, प्रका०- जैन विश्वभारती प्रकाशन, विक्रम संवत् २०३१. 'आवश्यकसूत्रं' : आमोलक ऋषि, हैदराबाद सिकन्दराबाद जैन संघ, वीराद २४४६. 'आवश्यकसूत्रम् : घासीलालजी, शान्तिलाल मंगलदास, प्रका० अ०भा०श्वे०स्था० जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट (सौराष्ट्र), १९५८. 'उत्तरज्झयाणाणि' वाचना प्रमुख- आचार्य तुलसी, अनु० एवं सम्पा० - मुनि नथमल, प्रका०- जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा आगम सा० प्रकाशन समिति, कलकत्ता, १९६७. 'उत्तराध्ययनसूत्र' साध्वी चन्दना, वीरायतन प्रकाशन, आगरा, १९७२. 'उत्तराध्ययनसूत्रम्' : अनु०- श्री आत्मारामजी महाराज, प्रका० खजानची राम जैन, जैन शास्त्रमाला कार्यालय, सैदमिट्ठा, लाहौर, १९३९. : पं० कैलाशचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री, प्रका० - भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, वाराणसी, १९६४. 'उपासकाध्ययन Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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