Book Title: Jain Muni Ke Vrataropan Ki Traikalik Upayogita Navyayug ke Sandarbh Me
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith

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Page 339
________________ सहायक ग्रन्थ सूची...277 ग्रन्थ का नाम | लेखक/संपादक प्रकाशक | वर्ष ho3. प्रश्नव्याकरण सूत्र (अंगसुत्ताणि) संपा.युवाचार्य महाप्रज्ञ | जैन विश्व भारती, लाडनूं वि.सं. 2049 ho4. प्रश्नव्याकरण सूत्र संपा. मधुकर मुनि |1991 आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर अनु. राजशेखरसूरि वि.सं. ho5. पंचवस्तुक । (भा. 1-2) अरिहंत आराधक ट्रस्ट |भिवंडी, बम्बई 2060 ___hoo.|पंचाशक प्रकरण 1997 अनु. डॉ. दीनानाथ शर्मा पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी ho7.|पंचाशक टीका 1912 टीका. अभयदेवसूरि निर्णय सागर प्रेस, कोलभाट लेन, मुंबई 2008 ho8. बाल दीक्षा समर्थन विशेषांक सन्मार्ग प्रकाशन रीलिफ रोड, अहमदाबाद 109. बुद्धिज्म टी.वी. राइस डेविस |इण्डोलोजिकल बुक हाउस, 1973 |दिल्ली 110. बृहत्कल्पभाष्य 1936 संपा. मुनि पुण्यविजय | जैन आत्मानंद सभा, भावनगर संपा. मधुकरमुनि 1992 | 111.बृहत्कल्प सूत्र (त्रीणि छेद सूत्राणि) आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर 112. बृहदारण्यक उपनिषद् गीता प्रेस, गोरखपुर वि.सं. |1995 113. भगवतीसूत्र संपा. मधुकरमुनि आगम प्रकाशन समिति, 1991 ब्यावर

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