Book Title: Jain Kavyaprakash Part 01
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek
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1/4 सुंदर मोहन माहेजसेवो. २०७|| 3 अराउल्याए पास जास. ३१८| ६ सरस सुभंणत साधनसत. २०९/७५ प्रलुरेगोडीथापासला ७२ • शंजेश्वर पास निनवंो. २४८||३५ श्रीपासडे यश्न नित्य. 33 ८ घ्यानघरी प्रलु पहेलेचिो . २४८||३७ प्रलुगुरा पारावारनोपाभे• 33५. - अतुल भांडसणाम भोन्नर. २००४८ साल संपरपसनने. ३९ १• हरे महारे मारनी घडी. ' २०६|31 होलभसुस्तरी सरसे. ७७७ ११ श्रावोभावोपासल भुरळ २८७||४० नगोरेजज्ञानीलचो ४० १२. घरणिंघाउने सेवनाप्रनु० २८४०-४१ जन्जजनी हे सूरत दिन. 3. १७ पास संजेश्वरासार र सेव । २०४२ पारसनाथनाधार प्रलु. ४०|| ||१४ पासप्रलुलडे परनामसाजि०२५ ४३ सारउर सार उर स्वामी शं. ३५० १५ में मुजरेप्योगोडीपारसडो. ३०३ | ४४ मोहन भावहीजेतेरे यंगे० ३५१ १९ मेनो पारसनाथमाधारः ३०५५ सूरत सुंघरपासनी रेलो. ३५७|| १७ भिलावनां भिसायनां भि. २०६||४९ सजीजारपीसेछे घीवावी. ३५५|| १८ लन्से भनवाणोडी पारसहूं. 3०९/४७ स्मरचाभातनयं भर० ५६|| १५० भान्जीगीरणनी. ७०८|| ४८ श्रीोने भोरामातभरामः ३९५|| २० न्नुवोभोरी सैरोहीपेगोडी० ३०८१/४५ यामानंहन पाउरीन्ने. ७०० २१ हुई सातामभागहर्ष हैयामां 3१० | ५० सासरातुभारासेजः ७७२. २२. प्रलुलो हरिशनपायोनीठ 3११||५१ वंएं बिनध्व पार्षः ३७२, 23 नगीअनुलवप्रीत सोहागन. ३१२||५२ भेरेर्थतनो याहिये नित्यः ३०९ २० पासप्रलुग्निरायागोहिल० 3१० | ५3 मेरे साहिजतुभहीं हो भन्नु. ३७७ २५ श्रीग्निपास घ्यालखणा 3१० | ५४ घरिशन हीन्लेल पास ग्निं० ३८२ २९ शीणत थाशे भोरी हीनानाथ. १०||५५ छोछजी तेरीसुहावनलाणी- ३८3 २७ सहस पारे भोशासाहेजा० ३१७|| ५९ गोडीगायें मनरंग. ३५१ २८ सुजपरे सुजाघोपा० ३२०५७ उरोजेसीजक्षीसप्रलुभोना २८ तारानैनारे प्याराप्रेमना ल० ३१७|| ५८ चेतन येतननासंलार. ना 3० प्रलुपासथिताभन भेरो. ३२१|| ५४ योहित लाया भेशसां. १०२|| ३१ मुग्रोभानीने ली होगोजी. ३२२|| ९० पाउरोगोडी पास गिनेसर. ४०६|| ३२ साचो पारसनाथउहावे. ३१०|| ९१ भोयो भोझोरीभाई पास ४००|| 33 पंथीग पंथ चलेगो. ०२५|| १२ छजीतेरीसुहावनसामी १११||
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