Book Title: Jain Hiteshi 1917 Ank 05 06 07
Author(s): Nathuram Premi
Publisher: Jain Granthratna Karyalay

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Page 138
________________ देशी, पवित्र, स्वादिष्ट, पाचक दवाइयोंका अपूर्व संग्रह दिलबहार चूरन (खाना शीघ्र हजम करने व भूख बढ़ाने वाला) किसी भी उत्तम चूर्णमें तीन गुण होना आवश्यक है ( १ ) स्वादिष्ट यानी जायकेदार (२) पाचन करनेवाला और ( ३ ) भूख बढ़ानेवाला । हर्ष है कि इस चूर्णमें ये तीनों गुण भरपूर हैं । बहुतसे लोगोंको रोज़ चूरन खानेकी आदत होती है उनके लिये भी यह बड़े कामकी चीज है । इसकी खुराक १॥ माशे की है, परन्तु जायकेदार होनेसे अगर थोड़ा ज्यादा भी खा लिया जावे तो गर्मी वगैरह कोई हानि नहीं करता है । क्योंकि चूर्ण होनेपर भी हमने इसमें किसी तीक्ष्ण चीजका प्रयोग नहीं किया है। सब दवाइयां मादिल गणवाली हैं, इसलिये बीमार आदमी भी खुशीसे खा सकते हैं। पवित्र औषधियोंके सम्मेलनके कारण सभी सम्प्रदायवाले बेखटके खा सकते हैं। हम बहुत बढ़कर बात नहीं कहना चाहते हैं । इसमें स्वादिष्ट खाना जल्द हजम करना, भूख बढ़ाना तीन विशेष गुण हैं, उनके लिये हम दावेके साथ कहते हैं कि इन बातोमें आपको कभी धोखा नहीं होगा तिसपर भी आपके विश्वासके लियेहमने इसके एक २ तोलेके नमूनेके पैकेट बनाकर रक्खे हैं। यदि आप इस चूर्णकी परीक्षा करना और इससे लाभ उठाना चाहते हैं तो एक कार्ड भेजकर बिना डांक वर्चके एक पैकेट मंगाकर परीक्षा कर लीजिये, फिर आपका. मन भरे तो पूरी शीशी मंगाकर लाभ उठाइये । बस इस से अधिक हम और कुछ भी नहीं कह सकते हैं। फी शीशी चार औंस ( करीव आध पाव ) वाली की कीमत १) डांक खर्च ।), तीन शीशी २॥ डाक खर्च ।) आना। मिलने का पता:चन्द्रसेन जैन वैद्य, चन्द्राश्रमा इटावह यू. पी.। Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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