Book Title: Jain Dharma me Dhyana ka Aetihasik Vikas Kram
Author(s): Uditprabhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur
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• तत्त्वार्थसूत्र : पं. सुखलाल संघवी, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी
1976 तत्त्वार्थ - राजवार्तिकम् : भट्टाकलंक देव, यूनिवर्सल एजेन्सीज, देरगाँव आसाम तत्त्वार्थ - श्लोक वार्तिकालंकार, विद्यानन्दी, कुन्थुसागर ग्रन्थमाला, सोलापुर, 1984 दशवैकालिक सूत्र : आचार्य आत्माराम जी म.सा., खजांचीराम जैन, जैनशास्त्रमाला, लाहौर, 1946 दशवैकालिक सूत्र : युवाचार्य श्री मिश्रीमल जी म.सा. मधुकर, आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर दीघनिकाय : महाबोधिसभा, सारनाथ द्रव्यसंग्रह : श्रीमन्नेमिचन्द सैद्धान्तिकदेव विरचित, कोल्हापुर, 1900 धम्मपद : धर्मरक्षित, मास्टर खेलाड़ीलाल एण्ड संस, बनारस धर्म : जीवन जीने की कला : सत्यनारायण गोयनका, सियाजी ऊ.वा. खिन मेमोरियल ट्रस्ट, मुम्बई ध्यानदीपिका : उपाध्याय सकलचन्द्र, देवीदास हेमचन्द्र बोरा, 98 गोलबाजार, खड्गपुर, 1961 ध्यान : एक दिव्य साधना : आचार्य शिवमुनि, प्रज्ञा ध्यान एवं स्वाध्याय केन्द्र, मुम्बई, द्वि.सं. 2000 ध्यान बिन्दूपनिषद् : पं. श्रीराम शर्मा, संस्कृति संस्थान, बरेली ध्यान शतक : दिव्यदर्शन कार्यालय, कालूपुर अहमदाबाद वि.सं. 2030 ध्यान सम्प्रदाय : डॉ. भरतसिंह उपाध्याय, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली ध्यान स्तव : आचार्य भास्करनन्दी, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली नन्दीसूत्र : (सं) युवाचार्य श्री मिश्रीमल जी म. सां. 'मधुकर, आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर नियमसार : कुन्दकुन्द, श्री कुन्दकुन्द कहान जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट, जयपुर, 1984 पंचास्तिकाय : कुन्दकुन्द, श्री कुन्दकुन्द कहान जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट, जयपुर, 1984
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