Book Title: Jain Dharma me Aradhana ka Swaroop
Author(s): Priyadivyanjanashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

Previous | Next

Page 538
________________ 500 / साध्वी श्री प्रियदिव्यांजना श्री सूत्रकृतांगटीका ज्ञाणार्णव नाम ज्ञाताधर्मकथांग त्रीणि छेदसूत्राणि श्रमणसूत्र श्रावकधर्म Jain Education International लेखक का नाम शीलंकाचार्य पं. बालचन्दजी शास्त्री श्री मिश्रीमलजी ( मधुकर ) अमरमुनिजी महाराज समिति संस्थापक दीप रत्नसागर, आगम आराधना केन्द्र, अहमदाबाद महासती उज्ज्वल कुमारी जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर ब्यावर (राज.) युवाचार्य श्री मधुकर श्री आगम प्रकाशन समिति, मुनि श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर (राज.) सन्मति ज्ञानपीठ आगरा सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा For Private & Personal Use Only सं. २००० १६७७ १६८१ १६६२ १६६६ १६५४ www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 536 537 538 539 540