Book Title: Jain Dharm ke  Prabhavak Acharya
Author(s): Sanghmitrashreeji
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 438
________________ ४१६ जैन धर्म के प्रभावक आचार्य १०५ अमोलक ऋषि- १ ऋपि सम्प्रदाय का इतिहास पृ० १५६ से १६५ तक १०६ विजयराजेन्द्र १ अभिधान राजेन्द्र कोष प्रस्तावना १ ओसवाल जाति का इतिहास १०७ कृपाचन्द्र१०८ विजयधर्म १ तपागच्छ श्रमण वशवृक्ष (चित्र-परिचय विभाग), पृ० १५-१७ २ तपागच्छ श्रमण वशवृक्ष (विवेचन विभाग), पृ० १६ १०६ विजयवल्लभ-- १. ओसवाल जाति का इतिहास ११० बुद्धिसागर १ तपागच्छ श्रमण वश-वृक्ष (वशवृक्ष विभाग) पृ०६ १११ सागरानन्द११२ कालूगणी११३ जवाहर११४ विजय शान्ति १ ओसवाल जाति का इतिहास १ तेरापथ का इतिहास १ ओसवाल जाति का इतिहास १ ओसवाल जाति का इतिहास १ पत्र-पत्रिकाओ से ११५ शान्ति सागर ११६ घासीलाल १ पत्र-पत्रिकाओ से ११७ आत्माराम १ ऋषि सम्प्रदाय का इतिहास, पृ० ७५-७६ ११८ देशभूषण १ पत्र-पत्रिकाओ से ११६ आनन्दऋपि १ ऋपि सम्प्रदाय का इतिहास, पृ० २२६ १२० आचार्य तुलमी १ आचार्य तुलसी जीवन और दर्शन २ आचार्य तुलसी अभिनन्दन ग्रन्थ

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