Book Title: Jain Darshan me Samatvayog
Author(s): Priyvandanashreeji
Publisher: Prem Sulochan Prakashan Peddtumbalam AP

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Page 425
________________ ३७२ जैनदर्शन में समत्वयोग की साधना १९७६ ग्रन्थ लेखक/सम्पादक प्रकाशक/प्राप्ति स्थान वर्ष तत्त्वार्थसूत्र की सम्पा. पं. फूलचन्द्र भारतीय ज्ञानपीठ, प्रधान सर्वार्थसिद्धि टीका शास्त्री कार्यालय, १८, इन्स्टिट्टयुट . एरिया, लोधी रोड, नई दिल्ली तत्त्वार्थवार्तिक भाग भट्ट अकलंक, भारतीय ज्ञानपीठ वीर सं. १, २ महेन्द्रकुमार २४६६ दशवैकालिकसूत्र मुनि हस्तीमलजी (संस्कृत छाया सहित) मोतीलाल बालमुकुन्द मूथा दशवैकालिकसूत्र स्थानक जैन कांफ्रेन्स, (हिन्दी अनुवाद) बम्बई दर्शनपाहुड कुन्दकुन्द देखिये अष्टपाहुड दशवैकालिकनियुक्ति बम्बई १६६३ ध्यानदीपिका विजयकेशरसुरीश्वरजी विजयचन्दसूरीश्वरजी, जैन ज्ञान मन्दिर, नवरंगपुरा, अहमदाबाद धम्मपद अनु. राहुलजी बुद्ध विहार, लखनऊ धम्मपद (संस्कृत इन्द्र, देहली अनुवाद - हिन्दी अर्थ सहित) धवला वरसेन अमरावती ६३६-५६ नन्दिसूत्र संम्पा. मुनि जैन आगम ग्रन्थमाला हस्तीमलजी नवतत्त्वप्रकरण पं. हीरालाल दूगड़ श्री आदिनाथ जैन जैन श्वेताम्बर सं.२०४२ संघ, चिकपेठ, बेंगलोर नवपद ज्ञानसार पुष्फभिक्खु अगरचन्द नाहर, १६३७ कलकत्ता नियमसार कुन्दकुन्द (अनु. . अजिताश्रम, लखनऊ अगरसेन) पदमनन्दिपंचविशतिका पद्मनन्दि जीवराज ग्रन्थमाला १६३२ पुरूषार्थसिद्धयुपाय अमृतचन्द्र सेण्ट्रल जैन १६३३ पब्लिक हाऊस, लखनऊ पंचास्तिकाय कुन्दकुन्दाचार्य बम्बई १९७२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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