Book Title: Jain Darshan me Samatvayog
Author(s): Priyvandanashreeji
Publisher: Prem Sulochan Prakashan Peddtumbalam AP

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Page 427
________________ ३७४ जैनदर्शन में समत्वयोग की साधना ग्रन्थ लेखक/सम्पादक प्रकाशक/प्राप्ति स्थान वर्ष भावनाशतक शता वृन्दावनदास दयाल, कोर्ट, वीर सं. रत्नचन्द्रजी बाजार गेट बम्बई २४४७ मज्झिमनिकाय भिक्षु जगदीश नव नालन्दा महाविहार काश्यप संस्करण मज्झिमनिकाय (हिन्दी) महाबोधि सभा, सारनाथ मनुस्मृति पुस्तक मन्दिर, मथुरा सं.२०३४ महानारायणोपनिषद् (१०८ उपनिषदें) संस्कृति संस्थान, बरेली महाभारत गीता प्रेस, गोरखपुर महायान भदन्त शान्तिभिक्षु विश्व भारतीय ग्रन्थालय, कलकत्ता मूलाचार बट्टकेराचार्य जैन मन्दिर, शक्कर बाजार, इन्दौर की पत्राचार प्रति मोक्खपाहुड (देखिये कुन्दकुन्दाचार्य अष्टपाहुड) योगसार प्राभृत टमितगति भारतीय ज्ञानपीठ २००० योगसूत्र देखिये पातंजल योग गीता प्रेस सं.२०१८ प्रदीप योगशास्त्र हेमचन्द्र, सम्पा. मुनि सम्मति ज्ञानपीठ, आगरा १६६३ समदर्शी योगशास्त्र हेमचन्द्र श्री जैन धर्म प्रचारक सं. (स्वोपज्ञवृत्ति सहित) सभा, २४५२ भावनगर योगवासिष्ठ निर्णयसागर प्रेस, बम्बई १६१८ रत्नकरण्ड श्रावकाचार समन्तभद्र माणिकचन्द्र दिगम्बर । १६२६ जैन ग्रन्थमाला, बम्बई लंकावतारसूत्र व्याख्याप्रज्ञप्ति सम्पा. वेचरदास श्री महावीर जैन दोशी विद्यालय, बम्बई वसुनन्दिश्रावकाचार सम्पा. हीरालाल जैन भारतीय ज्ञानपीठ, काशी १६५२ विशेषावश्यक भाष्य श्री जिनभद्रगणि हेमचन्द्र, हर्षचन्द्र, क्षमाश्रमण टीका भूराभाई, सं.२४४१ बनारस १६७४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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