Book Title: Jain Darshan me Nischay aur Vyavahar Nay Ek Anushilan
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
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सन्दर्भग्रन्थ-सूची । २५७
१५. काव्यप्रकाश : मम्मटाचार्य। १६. गोम्मटसार - जीवकाण्ड एवं कर्मकाण्ड : नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती।
संस्कृतटीका - जीवतत्त्वप्रदीपिका : केशव वर्णी १७. चारित्रसार : चामुण्डराय, शान्तिवीर नगर, महावीर जी ( राजस्थान )। १८. छहढाला : पं० दौलतराम। १९. जयपुर ( खानिया ) तत्त्वचर्चा/भाग १-२, टोडरमल ग्रन्थमाला, जयपुर। २०. जैनतत्त्वमीमांसा : पं० फूलचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री, अशोक प्रकाशन मन्दिर,
वाराणसी, वी० नि० सं० २४८६। २१. जैनतत्त्वमीमांसा की मीमांसा : पं० वंशीधर व्याकरणाचार्य, बीना। २२. जैनदर्शन में कार्यकारणभाव और कारकव्यवस्था : पं० वंशीधर व्याकरणा
चार्य, बीना। २३. जैनशासन में निश्चय और व्यवहार नय : पं० वंशीधर व्याकरणाचार्य। २४. जैनदर्शन : डॉ० महेन्द्र कुमार न्यायाचार्य, गणेशप्रसाद वर्णी ग्रन्थमाला,
काशी, सन् १९६६।। २५. जैनेन्द्र सिद्धान्तकोश, भाग १-४ : जिनेन्द्रवर्णी, भारतीय ज्ञानपीठ। २६. ज्ञानार्णव : शुभचन्द्राचार्य, श्रीमद्राजचन्द्र आश्रम, अगास। २७. तत्त्वार्थवार्तिक ( राजवार्तिक ), भाग १-२ : भट्ट अकलङ्कदेव, भारतीय
ज्ञानपीठ। २८. तत्त्वार्थवृत्ति : श्रुतसागर सूरि, भारतीय ज्ञानपीठ। २९. तत्वार्थसार : आचार्य अमृतचन्द्र, गणेशप्रसाद वर्णी ग्रन्थमाला, वाराणसी। ३०. तत्त्वार्थसूत्र : उमास्वामी, पं० मोहनलाल शास्त्री, जबलपुर। ३१. तत्त्वार्थश्लोकवार्तिक ( श्लोकवार्तिक ) : विद्यानन्द स्वामी। ३२. तर्कभाषा : केशव मिश्र, साहित्य भंडार, मेरठ। ३३. देवागमवृत्ति : आचार्य वसुनन्दी। ३४. द्रव्यस्वभावप्रकाशक नयचक्र : माइल्ल धवल, भारतीय ज्ञानपीठ। ३५. नयदर्पण : जिनेन्द्र वर्णी, प्रेमकुमारी स्मारक ग्रन्थमाला, इन्दौर, १९६५। ३६. नयविवरण ( तत्त्वार्थश्लोकवार्तिकान्तर्गत ) : विद्यानन्द स्वामी, द्रव्यस्वभाव
प्रकाशक नयचक्र के अन्तर्गत। ३७. निजामृतपान : आचार्य विद्यासागर।
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