Book Title: Jain Darshan ke Maulik Tattva
Author(s): Nathmalmuni, Chhaganlal Shastri
Publisher: Motilal Bengani Charitable Trust Calcutta

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Page 532
________________ नाम-परम्परा १६८ विनाश १८० व्यपदेश १८५ dates २०१ विशेषी २०७ बात्सल्य २५५ व्यवहार-नय २६२ arस्पति कायिक २६ व्यय ५६ वासना १०३ विजातीय द्रव्य ४३ विपाक १६ विस्तार रूचि ८ विवर्त्त ३४ वीर्य ६२ शकि १४ शर्करा प्रभा २१४ शाश्वतबादी ३२ जैन दर्शन के मौलिक त शब्द नय ३८० भदा ४ भ्रमण परम्परा १६८ भावक ३०४ भुत सम्पन्न १६७ (श) शील २३७ शुभ २६५ शैलेषी प्रतिपन्न अवस्था २८३ बन्दना १७५ व्यय १८२ व्युत्पतिमान् १८७ वालुका प्रभा २१४ वियुक्त दशा २६२ वनस्पतिकाय ६० वायु कायिक २६ विद्या ५ वितैषणा ८५ विम्ब ६६ विज्ञान ४ विशेष २७ बैक्रिय ७० वैशेषिक १३ शब्द २५ शाश्वत १६ स्वासोच्छ्वास पर्याप्त ३४ शील-सम्पन्न २३७ शुक्ल ध्यान २८५ शैक्ष ३२६ भ्रमण ३११ भ्रामण्य ३३५ आवक धर्म २५७ भोजागरण १३५ भौत ३४० (૫૦

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