Book Title: Jain Darshan ke Maulik Tattva
Author(s): Nathmalmuni, Chhaganlal Shastri
Publisher: Motilal Bengani Charitable Trust Calcutta

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Page 533
________________ संग्रह नयाभास ३८१ संक्षेपरुचि २४७ संप्रदाय २५४ साम्य-दर्शन ३१२ 'सुलभ बोधि ३१८ सत् प्रवृत्ति ३२२ स्वाध्याय ३२७ संस्थान निर्णय ३२७ सूत्र रूचि ३२७ समुच्छिन्न क्रिया ३२८ संयम ३३५ स्मार्त ३४० संवेग ३४१ संस्कार ३४८ सक्रिय शस्त्र ३५८ स्वगुणसत्ता ३७७ सामन्तवाद ३७८ सकाम १७ समवाय २७ सचित ७२ सर्वघाती १५५ समुदय १६४ सम्यकत्व १३६ सर्वदर्शी २३० सज्जीवत् शरीर ४७ सर्व ११ जैन दर्शन के मौलिक तस्व (ख) साधु २५४ समभिरुदुनय ३८० सैद्धान्तिक २५० सिद्ध २५४ स्थिरीकरण २५५ साधु-धर्म २५७ सिद्धिदशा २६१ संयोग २६६ समाज-दर्शन २७१ संवेदनशीलता २६१ सम्यक्त्वी २६८ संवरण ३०० सावध ३०० स्वदार सन्तोष ३०३ सतत् शयन ३०६ सार्वभौम दर्शन ७६३ सत् ५. समनस्क ६८ सम्मूर्च्छन ६८ सयय क्षेत्र १६३ सञ्चित १०३ समांश परिपाति २१० सहयोगी २४६ सर्व व्यापक ३२ स्पर्श २५

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