Book Title: Jain Darshan ane Sankhya Yogma Gyan Darshan Vicharna
Author(s): Nagin J Shah
Publisher: Sanskrit Sanskriti Granthmala
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જૈનદર્શન અને સાંખ્યયોગમાં જ્ઞાનદર્શનવિચારણા ૧૪ न्यायदर्शन (गोतमकृत न्यायसूत्र, वात्स्यायनकृत भाष्य, उद्योतकरकृत न्यायवार्तिक,
वाचस्पतिकृत न्यायवार्तिक तात्पर्य टीका सहित) भा0 1-2, सं० अमरेन्द्र मोहन, कालिकाता संस्कृत ग्रन्थमाला 18-19, मेट्रोपोलिटन
प्रि० एण्ड पब्लिशिंग हाउस, कलकत्ता 1936 न्याय बिन्दु टीकाटिप्पणी, प्रकाशक Commissionnaires de IAcademie
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लालभाई जैन पुस्तकोद्धार ग्रन्थांक 58 तथा 64, देवचन्द्र
लालभाई जैन पुस्तकोद्धार संस्था, मुंबई 1922, 1926 प्रशस्तपादभाष्य (श्रीधरकृत कदली टीका सहित), सं0 दुर्गाधर झा,
गङ्गानाथ झा ग्रन्थमाला (1), सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय,
वाराणसी, 1977 बृहद्रव्यसङ्ग्रह, जुओ द्रव्यसङ्ग्रह
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