Book Title: Jain Darshan ane Sankhya Yogma Gyan Darshan Vicharna
Author(s): Nagin J Shah
Publisher: Sanskrit Sanskriti Granthmala

Previous | Next

Page 214
________________ જૈનદર્શન અને સાંખ્યયોગમાં જ્ઞાનદર્શનવિચારણા ૧૪ न्यायदर्शन (गोतमकृत न्यायसूत्र, वात्स्यायनकृत भाष्य, उद्योतकरकृत न्यायवार्तिक, वाचस्पतिकृत न्यायवार्तिक तात्पर्य टीका सहित) भा0 1-2, सं० अमरेन्द्र मोहन, कालिकाता संस्कृत ग्रन्थमाला 18-19, मेट्रोपोलिटन प्रि० एण्ड पब्लिशिंग हाउस, कलकत्ता 1936 न्याय बिन्दु टीकाटिप्पणी, प्रकाशक Commissionnaires de IAcademie Imperiale des Sciences, ST. Petersbourg, 1909 न्यायविनिश्चय, अकलककृत, जुओ न्यायविनिश्चयविवरण न्यायविनिश्चयविवरण (न्यायविनिश्चय सहित), वादिराजसूरि, भाग 1-2, सं0 महेन्द्रकुमार जैन, मूर्तिदेवी जैन ग्रन्थमाला, संस्कृत ग्रन्थ 3 तथा 12, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, 1949, 1954 पञ्चसङ्ग्रह, चन्द्रमहर्षि, (स्वोपज्ञवृत्ति सह), आगमोदय समिति, मुंबई, 1927 . पञ्चाध्यायी, रायमल्लजी, सं0 फूलचन्द्र सिद्धान्त शास्त्री, गणेशप्रसादवर्णी जैन ग्रन्थमाला, बनारस, वी0सं0 2476 प्रकीर्णकसूत्राणि (पइण्णयसुत्ताई), भाग 1-2, सं0 मुनि पुण्यविजय, जैन- . ... आगम-ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 17, श्री महावीर जैन विद्यालय, बम्बई 36, 1984, 1987 प्रज्ञापनासूत्र (पण्णवणासुत्तं), भाग 1-2, सं0 मुनि पुण्यविजय, ... ग्रन्थांक 9, श्री महावीर जैन विद्यालय, बम्बई, 1969, 1971 प्रमाणमीमांसा, हेमचन्द्र, सं0 पं० सुखलालजी, सिंघी जैनग्रन्थमाला ग्रन्थांक 9, सिंघी जैन ज्ञानपीठ, कलकत्ता, 1939 प्रमाणवार्तिक, धर्मकीर्ति, सं0 राहुल सांकृत्यायन प्रवचनसार (अमृतचन्द्रकृत तत्त्वदीपिका, जयसेनकृत तात्पर्यवृत्ति तथा पंडित हेमराजकृत हिन्दी बालबोधिनी सहित), कुन्दकुन्द, सं0 आ.ने. . उपाध्ये, श्री रायचन्द्र जैन शास्त्रमाला, बम्बई, 1935 प्रवचनसारोद्धार, नेमिचन्द्रसूरि, (सिद्धसेनसूरिकृत वृत्ति सह), देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार ग्रन्थांक 58 तथा 64, देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार संस्था, मुंबई 1922, 1926 प्रशस्तपादभाष्य (श्रीधरकृत कदली टीका सहित), सं0 दुर्गाधर झा, गङ्गानाथ झा ग्रन्थमाला (1), सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, 1977 बृहद्रव्यसङ्ग्रह, जुओ द्रव्यसङ्ग्रह

Loading...

Page Navigation
1 ... 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222