Book Title: Jain Darshan
Author(s): Kshamasagar
Publisher: Kshamasagar

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Page 272
________________ नारायण (9) त्रिपृष्ठ, द्विपृष्ठ, स्वयम्भू, पुरुषोत्तम, पुरुषसिह, पुण्डरीक, पुरुषदत्त, लक्ष्मण, कृष्ण प्रतिनारायण (9) अश्वग्रीव, तारक, मेरक (मधु), निशुम्भ, मधुकैटभ, वलि, प्रहरण, रावण, जरासन्ध बलभद्र (9) विजय, अचल, सुधर्म, सुप्रभ, सुदर्शन, नन्दिषेण, नन्दिमित्र, राम, पद्म • देवगति के देव (4) भवनवासी देव (10) असुरकुमार, नागकुमार, सुपर्णकुमार, द्वीपकुमार, दिक्कुमार, उदधिकुमार, स्तनितकुमार, विद्युत्कुमार, अग्निकुमार, वायुकुमार व्यन्तर देव (8) किन्नर, किपुरुष, महारग, गन्धर्व, यक्ष, राक्षस, भूत, पिशाच ज्योतिष्क देव (5) चन्द्र, सूर्य, ग्रह, नक्षत्र, तारागण वैमानिक देव सौधर्म, ऐशान, सानत्कुमार, माहेन्द्र, ब्रह्म, ब्रह्मोत्तर, लान्तव, कापिष्ठ, शुक्र, महाशुक्र, सतार, सहस्रार, आनत, प्राणत, आरण, अच्युत (कल्पवासी) 280 / जेनदर्शन पारिभाषिक कोश

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