Book Title: Jain Bhasha Darshan
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 119
________________ शब्द-सूची अंगुत्तरनिकाय ९, १०, ११ आकांक्षा अक्षर श्रुत १७, १८ आकृतिवाद अक्षरात्मक भाषा १२ आख्यातपद अनक्षर सूत्र १७ -ही वाक्य है अनक्षरात्मक भाषा १२, २० आख्यातिक नाम अनुयोगद्वारसूत्र ५, ३९, ४०, ४१, ४२ आचारांग अपर्याप्त भाषा आत्माभिव्यक्ति अपोहवाद -का साधन भाषा की समालोचना ५३ आदानपद नाम अपोहसिद्धि ५२ आवश्यकनियुक्ति अप्राप्यकारी इस्लाम अभयदेव २४ ईसाई अभिधानराजेन्द्र उच्चरित-शब्द अभिसमय उच्चरित-वसित-शब्द अभिहितान्वयवाद ६६, ६९, ७१ उत्तराध्ययन -की समीक्षा ६८-७० उपचित-अवयवपद अरस्तू उपयोगितावादी सिद्धान्त अर्थ-आदेश उमास्वाति अर्थक्रियाकारी सिद्धान्त ऋजुसूत्रनय अर्थ-परिवर्तन ऋषभदेव अर्थविज्ञान एअर, ए० जे०, अर्थ-विस्तार एकांशवाद अर्थसंकोच एवंभूतनय अर्धमागधी औपसर्गिकनाम अवयवपद कठोपनिषद् अवियोज्य सम्बन्ध कथन की सत्यता अव्याकृतवाद काव्यप्रकाश असत्य-अमृषा भाषा (कथन) ९६ कुमारिल भट्ट -के प्रकार केनोपनिषद् असत्य भाषा पं० कैलाशचन्द्र जी -के प्रकार ९३ क्रमवाद आइन्स्टीन ९ गोम्मटसार १४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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