Book Title: Jain Bhasha Darshan
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 122
________________ शब्द-सूची : १०९ B ९९ ७४ ३ २२ ७८ ७८ १३, ५० शब्द ब्रह्म शब्द नय शब्दाद्वैतवादी श्रुतज्ञान संगति-सिद्धान्त संग्रहनय संज्ञा-अक्षर संवादिता-सिद्धान्त सत्ता की वाच्यता सत्य भाषा -के भेद सत्य-मृषा भाषा (कथन) सन्निधि सन्मतितर्क सप्तभंगी समकालीन भाषा-दर्शन समभिरूढ़ नय समय (परम्परा) समवायांग सर्वार्थसिद्धि सांख्य ७४, ७५ सापेक्षिक सत्य १३ सिद्धिविनिश्चय सुकरात (१०) सुखलाल जी स्थानांग स्थापनानिक्षेप -तदाकार -अतदाकार स्फोट स्फोटवाद -का खण्डन स्याद्वाद् स्याद्वादमञ्जरी ८५, ९९ स्याद्वादरत्नाकर स्वतःप्रामाण्यवाद हरिभद्र १४, २५, २७ हरिभद्रीय वृत्ति १८, १९, ७४ हेमचन्द्र मल्लधारगच्छीय ७३, ९९ ७३ ७६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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