Book Title: Jagducharitam Mahakavyam
Author(s): Sarvanandsuri, Chandanbalashreeji
Publisher: Bhadrankar Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 157
________________ १३५ ४८ M भद्र परिशिष्टम् [२] जगडूचरिते विशेषनाम्नामकाराद्यनुक्रमः पूर्णिमा [पक्ष] पौषधशाला [ उपाश्रय] ३७,३८ प्रतापसिंह [नृप] प्रीतिमती [जगडूपुत्री] [सुर] भद्रेश्वर [पुर] १०, १३, २३, २४, २६, २८, भद्रपुर २९, ३०, ३५, ३६, ३७, ३८, भद्रमन्दिर ५०,५१, ५२ भावसार [कुल] भीमदेव [नरेश्वर] २६, २९ मदनवर्मा [भूप] मदना [श्राविका] मम्माणिका [ग्रावजाति] मूलराज [नृप] मोजदीन [नृप] ४७ यशोदेव [जगडूजामाता] यशोमती [जगडूपत्नी] १४,१६, १७, १८,२३,३७ राज [सोलपुत्र] राजलदेवी [राजपत्नी] १४, २४,३४ रैवतक [गिरि] ३६, ५० लक्ष [वीसलपुत्र] ७,८ ४७ 50mm mom or लवण लवणप्रसाद २८,३०,३१,३४ वत्स वरणाग वर्द्धमान वास विक्रमसिंह [नरेश्वर] [वासपुत्र] [वियहुपुत्र] [नगर] [वरणागपुत्र] [राज-राजल्लदेवीपुत्र] ३ Jain Education International 2010_02 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172