Book Title: Hemchandra Ke Apbhramsa Sutro Ki Prushthabhumi
Author(s): Ramanath Pandey
Publisher: Parammitra Prakashan
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हेमचन्द्र के अपभ्रंश सूत्रों की पृष्ठभूमि
Vजोअण-लक्ख-332.1 योजन-लक्ष जोण्ह-376.1 ज्योत्स्ना जोवण-422.7 यौवन ज्जि-406.2, 423.3 ही .
Vजिण-442.2 जीतकर जिणवर-444.4 जिनवर जिमिंदिअ-427.1 जिहेन्द्रिय जिव-330.3, 336.1, जैसे 344.2, 347.2, 354.2, 367.4,376.2, 385.1, 395.1, 396.4, 397. 4222.23 जिह-337, 377.1. जैसा Vजीव-406.3. 439.3 जीव जीवग्गल-4442 जीवार्गल जीविय-358.2, 418.4 जीवित "जुअल-414.1 युगल । जुअंजुअ-422.14 पृथक-पृथक "जुग-338 युग Vजुज्झ्-379.2 युद्ध (जूझना) जुज्झ-382, 386.1 युद्ध जुत-340.2 युक्त राजे-440, 441.2 जो जेत्तुल-407.2,435 जितना जेत्यु-404.1, 422.14 जहाँ जेवड-407.1 जब तक जेव-397, 401.4 जैसे जेह-402
जैसा जेहय-422.1 Vजोअ-332.2, 356, जो 364, 409, 422.6
Vझंख्-379.2 बोलना (क्रिया) झडत्ति-423.1 शीघ्र झडप्पड-388 - झटपट झलक्किअ-395.2 संतप्त Vझा-331, 340 ध्यान करना
(क्रिया) झिज्ज्-425.1 (दुबला होना)
छीजना (क्रिया) झुणि-432 ध्वनि झुपड-416.1, 418.7 झोपड़ा
ट्ठिअ-416.1, 439.4 स्थित
Vठ-457.3
स्थापित करना (क्रिया) बैठना (क्रिया)
स्थान
Vठा-436 'ठाण-362 ठा-332.1, 358.1 ठिअ-374, 381, 391.2, 401.3,415.1,
स्थान स्थित
जैसा
422.8

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