Book Title: Hemchandra Ke Apbhramsa Sutro Ki Prushthabhumi
Author(s): Ramanath Pandey
Publisher: Parammitra Prakashan

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Page 498
________________ 468 मक्कड - घुग्धि - 423.3 मग्ग-384.1 मग्ग-347.2, 357.1, 431.1 मग्ग्ण - 402 मग्गसि - 357.2 मच्छ-370.2 मत्स्य मच्छर - 444.4 मत्सर V400-339 डूबना °मज्झ्–350.1, 406.3, मध्य बनर - घुड़की मांगना (क्रिया) मार्ग मणि - 414.2, 423.4 मोरह - 388, 401.1, 414.4 4445 मण -- 350.1, 401.4, मन 422.9, 15, 441.1 मणाउ–418.8, 426.1 थोड़ा मणी मनोरथ मणोरह-ठाण - 362 मत्त - 345, 383.3 मदि- 372.2 मब्भीस - 422.16 मयगल - 406.1 मयण - 397 मयरद्धय दडवड 422.18 - मयरहर - 422.8 मांगने वाला मार्गशीर्ष मनोरथ- स्थान मत्त मति मत डर हाथी मदन मकरध्वजाव स्कन्द मकर गृह (सागर) हेमचन्द्र के अपभ्रंश सूत्रों की पृष्ठभूमि √मर्-368, 420.5, मरना (क्रिया) 438.1,439.1 मरगय - कंति - 349.2 मरट्ठ - 422.7 मरण - 418.4 मल्ल - जुज्झ - 382 मह-353 3572 महिमंडल - 372.2 महुमहण - 384.1 मा - 330.2, 3, 418.3, महद्दुम - 336.1, 445.4 महाद्रुम महव्वय-440 महाव्रत महा - 444.3 महार - 351, 358.1 महा-रिसि - 399.1 महि-352 महिअल-सत्थर 350.1,422.10 √माण्-388 मरकर - कान्ति गर्व मरण मल्ल - युद्ध चाहना (क्रिया) मारणय- 443 मारिअ - 351, 379.3 महान मेरा महान ऋषि मही महीतल स्रस्तर मही- मंडल मधु-मथन नहीं मानना (क्रिया) माण - 330.2, 387.1, मान 396.2, 418.3 माणुस - 341.1, 396.1 मानुष माय-399.1 माता मार- 330.3,337,439.1 कामदेव मारने वाला मारित (मारा)

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