Book Title: Hemchandra Ke Apbhramsa Sutro Ki Prushthabhumi
Author(s): Ramanath Pandey
Publisher: Parammitra Prakashan

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Page 503
________________ 473 शब्द कोश विहट्टाल-422.3 अस्पृश्य संसर्ग विदत्त-422.4 अर्जित विणट्ठ-427.1 विनष्ट विणड्-370.2. 385.1 व्याकुल करना (क्रिया) विणास-424 विनाश विणिज्जिअ-396.5 विनिर्जित विणिम्मविद-446 विशिष्ट निर्माण विणु-357.3, 386.1, विना 421.1, 441.2 वित्थार-395.7 विस्तार विद्द-419.1 देना (क्रिया) विन्नासिअ-418.1 विनाशित विण्णिअ-नाव-423.1 अपराधरूपी नौका विण्णि अयारय- विप्रिय-कारक 3432 विमल-जल-383.2 विमल-जल विम्हय-420.4 विस्मय विरल-412.2 विरल (बहुत कम) विरल-पहाव-341.3 विरल-प्रभाव विरह-423.3. 432, विरह 4443 विरहाणल-जाल- विरहानलकरालिअ-415.1, 429.1 ज्वाल पीडित 'विरहिअ-377.1 विरहित विलंब्-387.2 विलंब विलग्ग-445.3 विलग्न (लगा) विन्नासिणी-348.2 विनाशिनी विलि-418.7 विलीन होना (क्रिया) विवइ-400.2 विपद विवरेर-424 विपरीत विसंतुल-436 विहल विस-गंठि-420.5 विष-गांठ विसम-350.2, 395.4, विषम 4063 विस हारिणि-439.3 पनीहारी विसाय-385.1 विषाद 'विसाहिअ-386.1 सिद्ध किया गया विसिट्ठ-358.2 विशिष्ट विसूर्-340.2422.2 विसूरना भूलना (क्रिया) विहलिअ-जण- विह्वल-जनअब्भुद्धरण-364 उद्धारक विहव-418.8, 422.7 विभव विहस्-365.1 विकसित होना (क्रिया) विहाण-330.2, 362 विहान विहि-357.3,385.1, विधि 414.1

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