Book Title: Gyanankusham
Author(s): Yogindudev, Purnachandra Jain, Rushabhchand Jain
Publisher: Bharatkumar Indarchand Papdiwal

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Page 132
________________ ********* साला ******* 25A... ASERE ****** [+ cm 25s | क्र ग्रंथ का नाम | ग्रथकार भगवती आराधः आना श्री शिवति जी तिलोयपण्णत्ती आचार्य श्री यतिवृषभ जी समयसार आचार्य श्री कुन्दकुन्द जी प्रवचनसार आचार्य श्री कुन्दकुन्द जी नियमसार आचार्य श्री कुन्दकुन्द जी मूलाचार आचार्य श्री कुन्दकुन्द्र जी मोक्षपाहुड आचार्य श्री कुन्दकुन्द जी भावपाहुड आचार्य श्री कुन्दकुन्द जी पंचास्तिकाय आचार्य श्री कुन्दकुन्द्र जी बारसागुवेक्खा आचार्य श्री कुन्दकुन्द जी ११. रत्नकरण्ड श्रावकाचार आचार्य श्री समन्तभद्र जी तत्त्वार्थसूत्र आचार्य श्री उमास्वामी जी १३. आप्तपरीक्षा आचार्य श्री विद्यानन्द जी सर्वार्थसिद्धि आचार्य श्री पूज्यपाद जी १५. इष्टोपदेश आचार्य श्री पूज्यपाद जी समाधिशतक आचार्य श्री पूज्यपाद जी राजवार्तिक आचार्य श्री अकलंक जी आचार्य श्री वीरसेन जी आचारसार आचार्य श्री वीरनन्दि जी २०. । हरिवंशपुराण आचार्य श्री जिनसेन जी पद्मनन्दि पंचविंशतिका आचार्य श्री पद्मनन्दि जी २२. परमात्मप्रकाश आचार्य श्री योगीन्दु जी २३. योगसार आचार्य श्री योगीन्दु जी २५. सुभाषितरत्नसन्दोह आचार्य श्री अमितगति जी २५. द्वात्रिंशतिका आचार्य श्री अमितगति जी ********** ********** ****************************** १६. धवला

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