Book Title: Gujarati Hindi Kosh
Author(s): Gujarat Vidyapith
Publisher: Gujarat Vidyapith
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साटोग ५०८
सायवो साटोडी स्त्री० पुनर्नवा; गदहपूरना; पीq = खूब सोच-समझकर कदम साटी (वनस्पति)
उठाना। पांच थवी, वीतवीपेटमें साटोडीमूळ न० पुनर्नवाका मूल हड़बड़ी पड़ना; बहुत घबराना (२) साटोडो पुं० एक वनस्पति
मुसीबत आ पड़ना; आसमान टूटना। साठ (8,) वि० साठ; ६०
-पेढी उथलाववी, -पेढीना चोपडा साठमारी स्त्री० जंगली पशुओंको
उकेलवा=बीती हुई बातें निकालकर उकसाकर लड़ानेका तमाशा (२) गालियाँ देना; गड़े मुर्दे उखाड़ना; बहुत लड़ाई; टंटा ला.]
निंदा करना; पानी पी-पीकर कोसना । साठी स्त्री० साठ सालकी आयु;
-फेरा गरज होवी = कोई चारा न बुढ़ापा (२) साठ वर्षका अंतर, समय
होना; अत्यंत गरजमंद होना। -मण ने या अवधि । [साठे हाथ घालवा = खूब सवाशेर- काळजु = पत्थरकी छाती; बूढ़ा हो जाना; सठियाना.]
घोर संकट में भी न डिगनेवाला दिल: साठी स्त्री०साठ दिनमें पकनेवाला एक
मज़बूत दिल (२)खूब सावधान । साते धान या ज्वार; साठी (धान)
अवतार = जन्मजन्मान्तरमें । साते साडनीश (-स) वि० सैंतीस; ३७
घोडे साथे चडq=एक साथ अनेक फ़र्ज़ साडलो पुं० स्त्रियोंकी धोती; साड़ी
अदा करनेका जिम्मा लेना.] [खेल साडा (ड') वि० आधेके साथ; साढ़े।
सातताळी स्त्री० दौड़कर खेलनेका एक [-त्रण घडीनुं राज = क्षणिक सुख या
सातभाई पुं० सातभाई;सतभइया (पक्षी) सत्ता; चार दिनकी चाँदनी। -सात
सातम स्त्री० सप्तमी (तिथि) वार परवडवू = ठीक पुसाता होना.]
सातमुं वि० सातवाँ । [सातमे आसमाने साडाबार (डा')स्त्री० [ला.ग़रज़; परवा
जवू, चडवू, पहोंचवू = मिजाज सातवें साडी (डी') वि० देखिये 'साडा' ।
आसमान पर होना; बहुत घमंड बढ़ साडी स्त्री स्त्रियोंकी कीमती धोती (२)
जाना.] स्त्रियोंकी धोती; साड़ी
सातवो पुं० सत्तू; सतुआ साडीबार (डी')स्त्री०देखिये 'साडाबार'
सातळो पुं० एक पेड़; छतिवन; सप्तपर्ण साडीसाती (डी') वि० साढ़ेसाती
सातोडियुं न० एक खेल साडु(भाई) (डु') पुं० साढ़
साथ पुं० साथ ; संग ; सुहबत (२) सहसाढ(भाई) (ढु') पुं० साढ़
कार (३) अ० साथ साणकुं न० बड़ा सकोरा (२) भिक्षापात्र साथरो पुं० घासका बिछौना; पयालका साणशी (-सी) स्त्री० सँड़सी
बिछौना; साथरी [प.] (२) कुशकी साणसो पुं० सँड़सा (२)पकड़; फँसाव;
चटाई; साथरी (३)मरणासन्न व्यक्तिके काबू (३) संकट; मुश्किल [ला.] लिए गोबरसे लीपकर बनाया हुआ सात वि० सात; ७ । [-गळणे गाळवं =
चौका। [साथरे सुवाडq=मरणासन्न खूब सोचना; खूब विचार करना;छान- व्यक्तिको चौके पर सुलाना. बीन करना।-गळणे गाळीने पाणी साथवो पुं० देखिये 'सातवो'; सत्तू
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