Book Title: Gujarati Hindi Kosh
Author(s): Gujarat Vidyapith
Publisher: Gujarat Vidyapith
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- सूत्र आदि) (५) ध्येयके रूपमें ! स्वीकृत किया हुआ कोई छोटा, अर्थगर्भ वाक्य ; सूत्र (६) सूत्र; 'फारमूला' [ग] (७) साध्य ; 'प्रोपोजीशन' [ग.] सुष स्त्री० ० सुघ; होश; चेत- खबर (२) पता ; ख़बर । [ - आववी, वळवी होश आना; चेतनायुक्त होना.] सर्वदूष स्त्री० सुध-बुध; होश- हवास ; अक्ल । [ - ऊडी जवी = होश ठिकाने न रहना. ] ( २ ) ब० व० गणेशकी दो पयाँ शुद्धि और बुद्धि सून वि० शून्य; शून; खाली; रहित सूनकार पुं० देखिये 'शूनकार' सूनमून (-नं) वि० देखिये 'शूनमून ' सूनुं वि० सूना; जनहीन; उजाड़ (२) जिसकी देख-रेख करनेवाला कोई न हो; सूना [पं = खाली या . निर्जन पड़ना ( २ ) बिना साथ-सहवासके रहना । —मूक = अकेला, साथीसंगीके बिना छोड़ देना. ] सूनुंसट वि० बिलकुल सूना सुपडी स्त्री० छोटा सूप या छाज सूपड़े न० सूप; छाज सूफ न० बकरीके बाल (२) उसका कपड़ा (३) ऊनका बस्त्र ; सूफ़ सूबो पुं० सूबा; प्रदेश; प्रांत (२) सूबेदार; सूबेका शासक
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सूम वि० (२) पुं० सूम; कंजूस तुम वि० शून्य ( २ ) पस्त हौसला; जड़; सुस्त । [ -जें = = काठका उल्लू; बुत जैसा ; बुद्धू जैसा । -मारी अर्यु = (सिर, दिमाग़ ) चक्कर काटने लगना.] सुमयुं वि० सूमड़ा; कंजूस सुमसाम वि० आवाज या गतिसे शून्य;
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सुनसान; सन्न (२) न० देखिये शून"कोर'; सुनसान; सभाटा
सूर पु० सुर; आवाज; कंठ; स्वर । [-ओपथी = गायकको चाहिये ऐसा स्वर बाजेमें निकालना; स्वर मिलाना। - पूरबो = स्वर भरना; स्वर मिलाना ( २ ) [ला. ] समर्थन करना. ] सूरज पुं० सूरज; सूर्य । [-वडती कळाए होवो : = अभ्युदयका समय होना; नसीब चमकना ; सितारा बुलंद होना । -तपतो होवी = उन्नति, तरक्की पर होना । —माये आवव = दोपहरका समय होना (२)पूर्ण समृद्धि होना. ] सूरजमुखी न० सूरजमुखी सूरण न० जमीकंद; सूरण; सूरन सूरत (सी) स्त्री० देखिये 'सुरता' सूरपेटी स्त्री० स्वर भरनेका पेटीनुमा एक वाद्य
सूरोवार पुं० एक क्षार; शोरा सूर्यवंशी पुं० सूर्यवंशी (२) सूर्योदयक बाद देरसे उठनेवाला
सूल न० हिसाब या झगड़ेका निबटारा; फ़ैसला; समाधान; समझौता (२) वि० सीधा ; सरल
सुलटुं वि० सुलटा; 'उलटा' का उलटा (२) अनुकूल; सुविधाजनक
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सूवर पुं०; न० सूअर; सूकर सुबुं अ० क्रि० लेटना; किसी आधारपर पड़े रहना (२) सोना; नींद लेना । [ सूई जनुं = शान्त होना; बंद पड़ना; vetr (२) खर्च अतिरेकसे खराब स्थिति होना; नसीब सो जाना; सोनेका घर मिट्टी हो जाना (३) हिम्मत पस्त होना; दुर्बल होना । सूत जाग : = अचानक बाधा आ पड़ना ।
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