Book Title: Dravya Vigyan
Author(s): Vidyutprabhashreejiji
Publisher: Bhaiji Prakashan

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Page 281
________________ सन्दर्भ - ग्रन्थ सूची ३. अकलंकत्रयी- अकलंक देव, सं. महेन्द्रकुमार शास्त्री, प्र. सिंधी जैन ग्रन्थमाला, अहमदाबाद सन् १९३९ अध्यात्म रहस्य - (हिन्दी व्याख्या सहित) पं. आशाधर सं.पं. जुगल किशोर मुख्तार, प्र. वीर सेवा मंदिर, दिल्ली सन् १९५७ अध्यात्मकाल मार्तण्डः- पं. राजमल्लजी, सं. प्रं. दरबारीलाल कोठिया, पं. परमानन्द जैन, प्र. वीर सेवा मंदिर, सरसावा, जिला सहारनपुर, प्रथमावृत्ति सन् १९४४. . अध्यात्म मत परीक्षा- रचि. यशोविजय, प्र. दिव्य दर्शन ट्रस्ट ६८ गुलालवाड़ी, बम्बई-४ प्र. सं. अधि-नीतिशास्त्र के मुख्य सिद्धांत - डॉ. वेदप्रकाश शर्मा, प्र. अलाईट पब्लिशर्स प्राइवेट लिमिटेड, १५ जे. एन. हिरेडिया मार्ग, बैलर्ड एस्टेट बम्बई,प्र. सं. १९८७ अनुयोगद्वार सूत्र- चतुर्थ खण्ड, सं. देवकुमार जैन प्र. श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर (राज.) प्र. सं. १९८७ अभिनव पर्यायवाची शब्द कोष-सत्यपाल गुप्त व श्यामकपूर, प्र. आर्य बुक डिपो, नयी दिल्ली, सन् १९६० अष्टसहस्री- प्रथम भाग, श्री विद्यानंदाचार्य, ज्ञानमति माताजी प्र. दि. जैनत्रिलोक शोध संस्थान हस्तिनापुर (उ.प्र.) प्र. सं. १९७२. अष्ट पाहुड-चयनिका- सं. डॉ. कमलचंद सोगानी, प्र. प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर, प्र. सं. १९८७ अष्ट पाहुड (हिन्दी वचनिका सहित)- कुन्दकुंदाचार्य, प्र. अनंतकीर्ति माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला, बम्बई, प्र. सं. १९१६. ११. अष्टसहस्री- विद्या नन्दि, स. गुरुवर गोपालदास, प्र. नाथूलाल गांधी श्री नाथारंगजी, सन् १९१५. १२. अर्हत्-प्रवचन-स. पं. चेनसुखदास, प्र. आत्मोदय ग्रन्थमाला. ७. २५५ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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