Book Title: Dharmopadeshmala prakaranam
Author(s): Jaysinhsuri, Chandanbalashree
Publisher: Bhadrankar Prakashan

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Page 383
________________ ९८ २२६ २२७ खंतक | १३ १७८ परिशिष्टम [५धर्मोपदेशमालाविवरणगतविशेषनाम्नामकाराद्यनक्रमः॥ [३२७ कागणि [ रयण] २२७ | कोसियज्ज [ उवज्झाय] २९६ कामरूवग[राया] [ख] काल [निहि] | खग्ग [ रयण] काल । [आयरिय- ४३, ४४, ४५, खट्टउय [नयर] ३०७ कालअ । महरिसी] २००, २०१, २०३ खमग [ मुणि] ७७, २५०, २५२ कालक खंडप्पवाया [गुहा] २२५ कालग खंत [पियासाहु] २४८, २४९ कालियज्ज । कालिंजर[वत्तिणी] खंदय [आयरिय] १९७ कित्तिमइ [ पवत्तिणी] खंदिल [आयरिय] ३०७ कुणाला [नयरी] २८७ | खिइपइट्ठिय [नयर] ५,१६६ कुबेरपुर[पुर] २८८ खुड्डय |[ मुणि] ८५,८६,८८, कुमारनंदी [ सुवण्णयार] खोडय ९०, ९१,१७९, २५१, कुरु [ देस-नरिंद] २१९ खोड्डय | २५२, २७५, २७६, २७७ कुरुगयपुर। [नयर] ११०,११९, [ग] गयपुर २३०, २३९, २४४ | गंगदत्त [ सेट्ठिपुत्त] १७२, १७३ कुरुड[ तवस्सि ] २८६, २८७ गंगा [नई] ६३, ११३, ११५, २१४, कुसुमपुर [ नयर] १८०, २६३ २२६, २६९, २८५, २८६ कूरगड्डय [ मुणि] गंधप्पिय [ कुमार] २७१ केसव [ वासुदेव] १६, २६, १२४, २६६ | गंधव्वनागदत्त [ पुत्त] २५३, २५४ केसव [ सेट्टितणय] १२१ गंधार[जणवय] १६५ केसि [गणहर] १८९, १९०, १९१, गुज्जरत्ता [ देस] ३०८ १९२, १९३ गुणचंद [पियदंसणापुत्त ] १०५ कोंकण | [ विसय] ७३, २५७ गुणसिलअ [उज्जाण] १२९, २०६, २१३ कोंकणय गोट्ठामाहिल । [ सूरि] १४८, १७७ गोष्ठमाहिल | कोक्कास [बंभणसुअ] २५७, २५८ गोपालग [ रायपुत्त] २९१ कोट्ठ[ चेइय] गोभद्द [ सेट्टि] १३४,१३५ कोल्लग |[ सन्निवेस] ३०६ गोयम [गणहर] १२९,१७४, १७५, कोल्लाग कोसंबी [नयरी] १८९, १९०, १९१, १४९, २९०, २९१, २९३, २९५ १९२, १९३, २१३ गोवाली [ मयहरिया] कोसल [ देस] २९९ ३०६ गोविंद [ वासुदेव] २५१ २९९ mala-p\2nd proof 327

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