Book Title: Dharmopadeshmala prakaranam
Author(s): Jaysinhsuri, Chandanbalashree
Publisher: Bhadrankar Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 382
________________ एरावय २१७ ३०३ ३२६] [सविवरणं धर्मोपदेशमालाप्रकरणम् [ आ] उसभ | [तित्थयर] ९,१७,१२०, २०६, आउक्काय [ दारअ] ११५ उसह २१९, ३०५ आसग्गीव [राया] १७१ [ए] [इ] एरावण | [गय] १९, २३, १५१ इत्थी [ रयण] २२८ इला [इलाइपुत्तजणणी] एलउर [ पुर] इलादेवी । [क] इलाइपुत्त | [ इलातणय] ३४, ३५, कट्ठ [ सेट्ठि] २८१ इलासुय ३६, ३७ कणगज्झअ[ रायपुत्तराय] इलावद्धण[नयर] ३४ कणगरह [ राया] ३०३ इंददत्त [राया] कण्णकुज्ज [ नगर] १०१, १०२, १०४ १८३ कण्णपाल [ मेंठ] इंदनाग [ दारय ] २११, २१२, २१३, २१४ कण्ह [णवमवासुदेव] ११,७५, ११२, इंदपुर [नयर] १०१, १०२ २६५, २६६, २६७ इंदभुइ [ पढमगणहर] १९०, ३०६ कण्ह [ मुणि] ३०८,३१० [ई] कत्तवीरिय [अणंतवीरियपुत्त] १८३, १८४ ईसाण [ देवलोग] १२१ कमलामेला [ रायसुया] । [] कमलावइ [ रायभज्जा] ३०३ कयपुण्ण | [ भद्दासुअ] १२३, १२४, उग्गसेण [निव] १७, १८ कयपुन्न १२५, १२६, १२७, उज्जित | [ पव्वय] २०, २१, २९८ कयपुन्नय १२८, १३३ कयमाल [ देव] २२३ उज्जेंतय। करकंडु[ पत्तेयबुद्ध] १५९, १६१, १६२, उज्जेणी [नयरी] १०५, १०६, १३८, १६३, १६६,१६७ १४४,१४५, १९७, करड[ तवस्सि ] २८६, २८७ २०१, २५७, २७२, २८३, कलिंग [ विसय] १६१, २५८ २८८, २९१, २९३, २९५ कलिंगराया [ निव] २५९ उत्तरमहुरा [नयरी] ५७, ५८,८१, ८२ कंचणपुर [ नयर] १६१, २४७ उत्तरमाहुर[ मित्त] कंडरिय | [ जुवराया-पुरुष] ८६, २७० उदयण| [रायपुत्त] १५०, २१६ कंडरीअ उदयन कंपिल्ल । [नयर] १६५,१६९ उप्पत्तिया [ बुद्धि] कंपिल्लपुर उमग्गा [ नई] २२३ | काकजंध [ पुत्त] २५८, २५९ २६७ उज्जत ५८ २७२ mala-p\2nd proof 326

Loading...

Page Navigation
1 ... 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418