Book Title: Dharma Sangraha Part 2
Author(s): Chandanbalashreeji
Publisher: Bhadrankar Prakashan

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Page 430
________________ [धर्मसंग्रहः ८६०] चेटक चेटकराज ४४ १८३, ४५२ | बौद्ध ब्राह्मी २१२, ७१० [ज] [भ] २०९, ४८२ जमालि जम्बूस्वामी जरासन्ध जिनदत्त ૨૮ [त] तुण्डिक [म] ३९४ ३९४ २८२, ३९४ ४१० २८२, २८४, २८५, ७२७ ४११ [थ] ७१। भरत ४१६, ४१७ भास्कर २४६ ३९५ | मण्डूकक्षपक मथुरावणिक् २८२ | मम्मण मरीचि मरुदेवी मरुभूति २४६ | महापद्मचक्री महावीर माषतुष २८२, ४४१| मीमांसक २४१, २५८ मूलदेव मेतार्य थावच्चापुत्र [द] ४२८ दशरथ दाशार्ह दुर्गन्ध दृढप्रहारी द्रौपदी २८६, ६०८ ६४, ७०, ४८६ २६७ १६८ ४१० [ध] धनश्री ३९४ [य] [न] युधिष्ठिर ४६६ नमिराजर्षि नेमि [र] ४६५ [प] २१२ ७० [व] पतञ्जलि पन्थक परशुराम पार्श्व पालक पुष्कलि प्रभावती प्रसन्नचन्द्रराजर्षि रथनेमि राजीमती रावण ४८८ ३९४ २४६ वज्रस्वामी वर्द्धमान ३९१ वस्तुपाल २२५, २३५ विजयदेव ६७२ | व्यास ३०४ ४६७, ७१८ २५८, २८६ ४४५, ४५२ २४३, २५८ ४६६ [ब] [श] बाहुबली बुद्ध ३८७ शकटाल | शाक्य ३९५ १७१, २७२ D:\d-p.pm5\3rd proof

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