Book Title: Dev Shastra Aur Guru Author(s): Sudarshanlal Jain Publisher: Akhil Bharatvarshiya Digambar Jain Vidwat Parishad View full book textPage 1
________________ णमोसिद्धाणं TRANSWM pily णमो अरिहंताणं अङ्गप्रविष्ट (गणधर-प्रणीत) अङ्गबाह्य (आचार्य-प्रणीत) आदाराङ्ग सामायिकादि चौदह ग्रन्थ कसायपाहुड सूत्रकृताङ्ग स्थानाड़ छक्खण्डागम समदायाङ्ग समयसार व्याख्याप्रज्ञप्ति प्रवचनसार ज्ञातकथा उपासकाध्ययन अन्तकद्दश अनुत्तरीपपातिक मरनव्याकरण विपाकसूत्र दृष्टिवाद पश्चास्तिकाय मूलाचार तलार्धसूत्र स्लफरण्डश्रावकाचार तत्त्वार्थवार्तिक अष्टसहस्री गोम्मटसार गुरु णमो आयरियाणं णमो उवज्झायाण णमो लोए सव्वसाहूण डॉ. सुदर्शन लाल जैन -Page Navigation
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