Book Title: Descriptive Catalogue Of Manuscripts Vol 13
Author(s): P K Gode
Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute

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Page 438
________________ 1239.] Campa Kavyas etc. 413 Subject. The work Rajavinoda literally means the amusement of of the king '. It therefore appears that the work, which contains the life of Sultan Mahmúd of Ahamadabad, was composed by Udayatāja to praise the king. For futher parti culars Ct, Bühler's Report, 1874-75 pp 9-10. Begins.-- folio. 10 ॥ॐ नमः सरस्वत्यै ।। श्रीजगत्कत्ते नमः ॥ जगत्कर्ता विजयते करुणा वरुणालयः ।। राजकृपेण रमते यः प्रजानुग्रहेच्छया ॥१॥ राजन्यचूडामणिमत्युदारमाशास्महे श्रीमहमूदसाहिं ।। कलानिधेर्यस्य पदं श्रयेते सरस्वती श्रीश्च समानमेव ॥२॥ एतच्चरित्रे व लभेत पारं पदे पदे हंत मतिः सवलंती॥ उदारकीतें महमूदसाहेस्तावद्गुणानेव गुरू करोमि ।। ३ ।। ete. folio 4' इति श्रीमहाराजाधिराज जरबक्शपातसाहश्रीमहमूदसुरत्राण चरित्रे राजविनोदे महाकाव्ये सुरेद्रसरस्वती संवादो नाम प्रथमः सर्गः ॥श्री folio gb इति etc. ... ... ... वंशानुसंकीर्तनो द्वितीयः सर्गः ॥२॥ Ends.- folio 28 प्रयागदासस्य तनूद्भवेन श्रीरामदासेन कृताभियोगः ॥ व्यधत्त काव्यं महमूदसाहेः सदोदयायोदय राजनाना ।। ... ... ... विभांति यावदनघायावञ्च सप्तर्षयो । पावहीव्यति सप्तसतिरम ... ... यावश्च सप्तार्णवाः ।। यावत्सप्तधराधरा पुनरिमाः पुर्यश्च सप्तोत्तमाः।। काव्यं श्रीमहमूदसाहिनृपतेस्तावज्जनैर्गीयतां ॥ ४२॥ श्रीमान् साहिमुदप्फरः समजनि श्रीराजरमापतिस्तस्मात्साहि महंमदः समभवत्साहिस्वतोऽहंमदः ॥ जातः साहि महंमदोऽस्य तनुजो गायासदीनाख्यया। ख्यातः श्रीमहमूदसाहिनृपति यातदीयात्मजः ।। ४३ ॥ इति श्रीमहाराजाधिराज जरबक्शपातसाहि श्रीमहमूदसुरत्राणचरित्रे राजविनोदे श्रीमदुदयराजविरचिते महाकाव्ये विजयलक्ष्मी लामो नाम सप्तमः सर्गः ॥ ७॥ संपूर्ण चेदं काव्यं ।। श्रीः॥ चितरति स ... प्रसन्न सहन्नमयुतं च लभमथकोटिं ।

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