Book Title: Dashvaikalik Sutram
Author(s): Punyakiritivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust

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Page 13
________________ श्रीदशवैकालिक श्रीहारि० वृत्तियुतम् // 3 // श्रीदशवैकालिकसूत्रस्यानुक्रमः क्रम: विषय: सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः / क्रम: विषयः सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः 1.34 चरितकल्पितोदाहरणं पायश्च-अभयकुमारस्यतदृष्टान्तश्च। चौरभावविज्ञानोउदाहरणस्य चतुर्भेदाः दाहरणञ्च। प्रतिभेदाच। | 1.42 / द्रव्यानुयोगमधिकृत्योद्रव्यापाये-वणिग्भ्रातृ पायदर्शनं आत्माकथानकम्। स्तित्वाभिधानं च। - 63-65 क्षेत्रापाये दशारवर्गस्य 1.43 चरणकरणानुयोगमकालापाये द्वैपायनस्य धिकृत्य भावापाये च हिङ्गशिवोदाहरणम्। - 66-67 मण्डुकिकाक्षपकस्य 1.44 स्थापनाकर्म। कथानकाः। |1.45 प्रत्युत्पन्नविनाशद्वारे चरणकरणानुयोगमधि गान्धर्वकोदाहरणम्। - कृत्यापायनिरूपणम्। - 57-58 1.46 प्रत्युत्पन्नविनाशद्रव्यानुयोगमधिकृत्या द्वारम्। पायनिरूपणम्। - 59 - 1.47 'तद्देशे ति चतुष्प्रकारेद्वितीयोपायद्वारे ष्वनुशास्ती'ति प्रथमद्वारे चरणकरणानुयोगमधि सुभद्रोदाहरणम्। - 72-73 कृत्य द्रव्यक्षेत्रोपायः। - 60-61 - 64 1.48 अनुशास्त्युपसंहारः। - कालोपायो-भावो |1.49 द्रव्यानुयोगमधि

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