Book Title: Dashvaikalik Sutram
Author(s): Punyakiritivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust

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Page 12
________________ क्रमः विषय: सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः श्रीदश श्रीदशवैकालिक श्रीहारि० वृत्तियुतम् // 2 // इति। वैकालिकसूत्रस्यानुक्रमः 20-23 - 24-25 - 26-27 28-33 'यथास्थापितानी'ति पञ्चमद्वारे संक्षेपणाध्ययनार्थाधिकाराः। - संक्षेपेण चूडाद्वयार्थाधिकारः। - अध्ययनशब्दस्यौघादि निक्षेपाः। - भावाध्ययननिक्षेपः। - |1.18 दुमपुष्पनिक्षेपप्ररूपणा। - दुमपर्यायशब्दाः / - पुष्यकार्थिकानि सुसमादृष्टान्तादिश्च। - संहितादिषड्विधा व्याख्या। 1 चालनाप्रत्यवस्थानयोः प्रवृत्तिः। - 1.23 धर्मपदनिक्षेपाः द्रव्य क्रमः विषयः सूत्रम् नियुक्ति: भाष्यम् पृष्ठः धर्मनिक्षेपाश्च। - 39-40 - 1.24 धर्मनिक्षेपेऽस्तिकायादि धर्मस्वरूप: धर्मनिक्षेपे भावधर्मभेदाः। - 41-42 1.25 धर्मनिक्षेपे लोकोत्तरो भावधर्मः। 1.26 द्रव्यभावमङ्गलम्। 1.27 हिंसाऽहिंसास्वरूपः। - 1.28 संयमप्रतिपादनम्। - 1.29 बाह्यतपःप्रति पादनम्। 1.30 अभ्यन्तरतप: प्रतिपादनम्। 1.31 जिनवचनस्याज्ञायु क्त्युभयसिद्धत्वम् / - 1.32 पञ्चावयवदशा वयवाः / 1.33 उदाहरणहेतुस्वरूपः उदाहरणैकार्थिकाच। - 51-52 - 34 35 36-37 1.21 1.22 38

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