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Appendix
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सा सिद्धहस्ता जिनधर्मशास्त्रे
लिलेख लेखान् विविधांश्च ग्रन्थान् । वेदोक्तधर्मे जिनधर्मवृत्ते
कथाप्रबन्धे व्यलिखत् प्रबन्धान् ॥ १० ॥ डॉ. सुभद्रा देवी जैन-धर्म के शास्त्रों में पारंगत थीं। उन्होंने बहुत से लेख और अनेक ग्रन्थ जैन-धर्म के विषय में लिखे हैं। उन्होंने वैदिक धर्म, जैन-धर्म का इतिहास तथा कथा-साहित्य पर भी अनेक निबन्ध लिखे हैं ॥ १० ॥ जिनधर्मसूरीन् अवलम्ब्य सैषा
कृतीरनेकाः प्रणिनाय विज्ञा । सा चाऽर्हतां जीवनवृत्तमेवम्
अवर्णयत् चारुगिरा गुणाढ्या ।। ११ ।। गुणी एवं विदुषी डॉ. सुभद्रा देवी ने जैन-धर्म के विद्वानों के विषय में अनेक ग्रन्थ लिखे हैं। उन्होंने अर्हतों का जीवन-चरित भी सुन्दर भाषा में लिखा है ॥ ११ ॥
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