Book Title: Bhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 02
Author(s): Muniratnasuri, Vijaykumudsuri
Publisher: Manivijay Ganivar Granthmala
View full book text ________________ ** अमम० शब्द शब्द शब्दकोष * कुसूति कुरबक // 8 // ऋक्थ पकामिष कीश कल कम्र कुठेर **48* * अर्थः / वसुदेव योद्धो घास वादलु हीम बख्तर गुड कशिपु कर्मीर कर्कन्धु कपोत कोटीर अर्थ वारसा धन पकमलामांस वानर वीर्य मनोहर अन्नवस्त्रादि व्याप्त बोरडीवृक्ष होलोपक्षि मुकुट लाकडानो टुकडो कुतुहल नरकासुर दैत्य अग्नि पक्षिमाळो अर्थ दुराधरणी एक वृक्ष वनतुलसी हस्ति बखतर निर्गन्ध कमल राजमार्ग मत्त अस्तावल, स्वनिंदक अग्नि तिकाल स्नान सत्वरज तमोगुणा संताप फुवाराग्रह यमपत्वी द्रुपदपुत्र ने, नेत्रमल * * गर्दभाब्ज घण्टापथ क्षीब चरमाद्रि चर्चा जुहास्यक त्रिषवण त्रैगुण्य दवथु धारामवन' धूमोर्णा धृष्टद्युम्न * नासीर नल नभोधूमी नीहार नीचोलक नीव नेत्रदृषिका निषादि निषंगी परिपण प्रवयण प्रत्याहार प्रतिश्रव प्रच्छाय प्रतिहस्त किलिञ्च * **** कुतुक कुज कृष्णतुंड कुलाय मावत धनुर्धर मूलधन परोणो फेलावो प्रतिक्षा गाढ छायो प्रतिनिधि // 8 कृषि पृथ्वी
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