Book Title: Bharat ke Prachin Rajvansh Part 01
Author(s): Vishveshvarnath Reu, Jaswant Calej
Publisher: Hindi Granthratna Karyalaya

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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भारतके प्राचीन राजवंश । (प्रथम भाग।) + + संस्कृतपुस्तकों, शिलालेखों, ताम्रपत्रों, सिक्कों, ख्यातों, और फारसी तवारीखों आदिके आधारपर लिखा हुआ क्षत्रप, हैहय, परमार, पाल, सेन और चौहान वंशोंका इतिहास । -orepor लेखक, साहित्याचार्य पण्डितं विश्वेश्वरनाथ रेउ, सुपरिटेण्डेण्ट, सरदार-म्यूजियम और मुमेर पब्लिक लाइब्रेरी तथा भूतपूर्व प्रोफेसर जसवन्त कालेज जोधपुर। मा.श्री फेलाममागर मृति सान मदिर श्री महापौर मम आराधना करने को ला. #. प्रकाशक, हिन्दी-ग्रन्थ-रत्नाकर कार्यालय, बम्बई । श्रावण १९७० प्रथमावृत्ति] जुलाई सन् १९२० [मूल्य तीन रुपये। For Private and Personal Use Only

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