Book Title: Bhaktamara Rahasya
Author(s): Dhirajlal Tokarshi Shah
Publisher: Jain Sahitya Prakashan Mandir
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यंत्रावली
ભક્તામ૨-ચન્ગ ઓગણેશો सिंहासने मणिमयूरवशिरवाविचित्रे "ही अर्ह णमो घोरतवाणं नमो नमरुण अ आ इ ई उ ऊ
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तुङ्गभेदयाद्विशिरसीव सहस्ररश्मेः ॥ २९ ॥ कप्पदुम्मं च सर्वसिद्धिःॐ नमः स्वाहा । "
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सर्वसिद्धिमीहे इह समरंताणमण्णे जागई बिम्बं वियद्विलसदंशुलतावितानं
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- पास विसहरफुलिंगमंतो बिसहरनामकस्वरमंती
विश्वाजते तव वपुः कनकावदातम् ।

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