Book Title: Bhagwati Sutra Part 17
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 4
________________ तीसरा उद्देशक १३ परंपरोपपत्रक नैरविकों के क्रियावादी आदि होने का कथन १४७-१४९ चौथे उद्देशक से ग्यारहवें पर्यन्त के उद्देशक १३ उद्देशकों के परिपाटि का कथन - १५०-१५४ इकतीसवें शतक का प्रथम उद्देशक १४ चार प्रकार के युग्मो का कथन १५५-१७६ दुसरा उद्देशक १५ - कृष्णलेश्यावाले क्षुल्लक कृतयुग्म नैरयिक __ आदि के उत्पाद का कथन . १७७-१८८ ४. ?" तीसरा उद्देशक । १६ नीललेश्यावाले क्षुल्लक कृतयुग्म नैरयिक , . , . आदिकों के उत्पात आदि का कथन १८९-१९४ चतुर्थ उद्देशक १७ कापोतलेश्यात्राले क्षुल्लक कृतयुग्म नैरयिकों के .. उत्पात आदि का कथन १९५-२०२ .. पांचवां उद्देशक १८ , भवसिद्धिक क्षुल्लक कृतयुग्म नैरयिकों के उत्पात आदि का कथन २०३-२१० __छट्ठा उद्देशक १९. कृष्णलेश्यावाले भवसिद्धिक क्षुल्लक कृतयुग्म नैरयिकों के उत्पात आदि का कथन । २११-२१४ . . . ., सातवां उद्देशक २०.. नीललेश्यावाले भवसिद्धिक क्षुल्लक कृतयुग्म नैरयिकों के उत्पात आदि का कथन २१६-२१५ आठवां उद्देशक २१, , कापोतलेश्यावाले भवसिद्धिक चार उद्देशेका कथन २१६-२१७

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