Book Title: Bahotteriona Padono Sangraha Author(s): Shravak Bhimsinh Manek Publisher: Shravak Bhimsinh Manek View full book textPage 7
________________ ॥ अथ ॥ ॥ अस्य ग्रंथस्यानुक्रमणिका ॥ ॥ १ ॥ प्रथम भैरव रागमां गवातां पदो ॥ पदांक. पदनां नामो. पृष्ठांक १६ विरथा जनम गमायो, मूरख वि० २१७ १७ जग सपनेकी माया रे, नर जग० २२० ३६ लाल ख्याल देख तेरे, चरि० २६३ ३७ जाग रे बटाउ अब, नई जोर० २६५ ३० चालणां जरूर जाकूं ताकूं, कैसा० २६७ ३७ जाग अवलोक निज, शुद्धता० २६० ४२ जित जिनंद देव, थिर चित्त० २७० ॥ २ ॥ विनास रागमां गवातां पदो || १३ जूठी जगमाया नर केरी काया० २१२ Jain Educationa InternatiBeasonal and Private Usew@nly.jainelibrary.orgPage Navigation
1 ... 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 ... 384